गुजरात समेत पूरे देश में इस वक्त कोरोना ने कहर मचा रखा है और हर दिन बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. आम जनता ही नहीं बल्कि, उपचुनावों के दौरान नेताओं ने भी जमकर कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं. चुनाव खत्म होने के साथ ही नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है.
गुजरात में बढ़ते कोरोना मामलों पर राज्य कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. एक के बाद एक ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले गुजरात में हर दिन कोरोना के मरीजों की संख्या 1850 आती थी और आज भी 1850 मरीजों के आंकड़े जनता के सामने रखे जाते हैं तो फिर तीन महीने पहले कर्फ्यू या लॉकडाउन क्यों नहीं किया अभी ऐसा क्या है कि कर्फ्यू और रात्रि लॉकडाउन किया जा रहा है. आंकड़े गलत हैं या फिर सरकार.
गुजरात को कोरोना से मुक्त करने के लिए कांग्रेस पार्टी का एक एक कार्यकर्ता मौजूदा सरकार के हर एक फ़ैसले का स्वीकार करेगा लेकिन सरकार को ठोस फ़ैसले करने होंगे। हम बयानबाज़ी नहीं करना चाहते लेकिन गुजरात की जनता के हित में बोल रहे हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 24, 2020
हार्दिक पटेल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कोरोना के सामने लड़ने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की भी मांग की. हार्दिक ने एक ट्वीट में कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ने और तैयारी के लिए गुजरात सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि सभी विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की संयुक्त बैठक में गुजरात को कोरोना से मुक्त करने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करना चाहिए. आम आदमी मर रहा है और गुजरात सरकार चुप बैठी है. हार्दिक पटेल ने अपनी ट्वीट में लिखा कि, कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता मौजूदा सरकार के हर फैसले के साथ होगा. लेकिन सरकार को ठोस फैसले करने होंगे.