आरक्षण की मांग को लेकर पाटीदार आंदोलन के साथ गुजरात की राजनीति में उभरे हार्दिक पटेल और उनके साथी दिनेश बामनिया को पुलिस ने सोमवार को हिरासत में ले लिया. हार्दिक और उसके 6 साथियों पर रविवार को हुई पब्लिक मीटिंग के साथ मेहसाणा के पाटीदार आरक्षण आंदोलन के कन्वीनर नरेंद्र पटेल के साथ होटल के कमरे में मारपीट करने और पैसे लेकर भागने का आरोप है.
पुलिस ने हार्दिक को उस वक्त हिरासत में लिया जब वो आणंद के एक गनेश पंडाल में आरती के लिए जा रहे था. हार्दिक के आणंद पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें आणंद एक्सप्रेस हाईवे से ही हिरासत में ले लिया. दूसरी ओर राजकोट पुलिस ने दिनेश बामनिया को हिरासत में लिया. दोनों की कस्टडी पाटन पुलिस को सौंपी जाएगी. साथ ही मंगलवार दोपहर तक पाटन पुलिस दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेगी.
बता दें कि हार्दिक पटेल को जिस तरह हिरासत में लिया गया है. उससे पाटीदारों के बीच सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है. सरकार लगातार पाटीदारों को लुभाने का प्रयास कर रही है. हार्दिक के सरकार विरोधी बयान और कांग्रेस को एक विकल्प बताने के बाद सिर्फ दस घंटों के भीतर हुई गिरफ्तारी से स्पष्ट है कि गुजरात की विजय रुपाणी सरकार पाटीदार वोटबैंक के लिए हार्दिक पटेल के सामने झुकेगी नहीं.