पुलिस की छवि आज के दौर में काफी खराब हो गई है, मगर पुलिसवालों के दिल में भी ईमान बसता है. रविवार को इसे चरितार्थ किया गुजरात के सूरत में एक पुलिसवाले ने. सूरत के वराछा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर ने अपनी मोटरसाइकल की डिग्गी में गलती से रखे गए हीरे का पैकेट उसके मालिक को सुरक्षित लौटाकर सिद्ध कर दिया कि आज भी दुनिया में ईमानदार लोगों की कमी नहीं.
सब इंस्पेक्टर वीके राठौड़ ने ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसकी वजह से उनकी वाह-वाही हो रही है. हीरों की कीमत 30 लाख रुपये बताई जाती है. राठौड़ की इस ईमानदारी से हर कोई प्रभावित हुआ है.
जानकारी के अनुसार सब इंस्पेक्टर वीके राठौड़ वराछा थाना क्षेत्र के लंबे हनुमान पुलिस चौकी पर तैनात हैं. गलती से एक हीरा व्यवसायी राठौड़ की मोटरसाइकिल की डिग्गी में हीरे का पैकेट रखकर चला गया था. अपनी गाड़ी की डिग्गी में रखे हीरों के पैकेट पर नजर पड़ी तो राठौड़ चौंक पड़े.
उन्होंने पुलिस चौकी के समीप तैनात गार्ड से कहा कि कोई व्यक्ति अगर किसी सामान की तलाश करने आए तो उसे वराछा पुलिस थाने भेज देना. यह कहकर पुलिस सब इंस्पेक्टर वीके राठौड़ थाने चले गए. कुछ ही देर बाद हीरों के पैकेट के मालिक उम्मेद भाई जेबलिया पुलिस चौकी के पास पहुंच गए. उस सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें पुलिस थाने जाने को कहा.
उम्मेद भाई जब पुलिस थाने पहुंचे, तो हीरों के पैकेट को लेकर पुलिस सब इंस्पेक्टर ने उनसे हीरों की प्रमाणिकता और अन्य संदर्भों में कई सवाल पूछे. राठौड़ ने जब यह सुनिश्चित कर लिया कि उनकी मोटर साइकिल की डिग्गी से मिले हीरों के पैकेट उम्मेद भाई के ही हैं, तो उन्होंने उम्मेद भाई को उनकी अमानत सौंप दी.