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गुजरात: प्यार की निशानी के लिए अस्पताल में भर्ती पति के स्पर्म से बच्चे की चाहत, पत्नी पहुंची HC

गुजरात (Gujarat) में एक महिला ने अपने गंभीर रुप से बीमार पति के वीर्य( sperm) के लिए हाईकोर्ट (High Court) का दरवाज़ा खटखटाया है. महिला के पति को कोविड हुआ है वो पिछले डेढ़ महीने से ज़्यादा वक्त से अस्पताल में है. 

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गुजरात हाई कोर्ट. (फाइल फोटो)
गुजरात हाई कोर्ट. (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हाई कोर्ट ने दी स्पर्म लेने की मंजूरी
  • अस्पताल में बेहोश है कोरोना संक्रमित पति

गुजरात (Gujarat) में एक महिला ने अपने बीमार पति के वीर्य (sperm) के लिए हाई कोर्ट (High Court) का दरवाजा खटखटाया है. महिला के पति को कोविड हुआ है और वो पिछले डेढ़ महीने से ज़्यादा वक्त से अस्पताल में हैं. पति के दोनों फेफड़े काम नहीं कर रहे हैं. जिस वजह से शरीर के कई ऑर्गन काम करने बंद कर चुके हैं. वह बेहोश हैं.

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ऐसे में महिला की इच्छा है कि वो अपने पति के बच्चे की मां बने. महिला को इसके लिए अपने पति के IVS सैंपल की जरूरत है लेकिन अस्पताल के मुताबिक़ IVF सैपल के लिए उसके पति की मंजूरी होनी जरूरी है. परेशानी की बात यह है कि पति होश में नहीं हैं. डॉक्टर ने आखिरी 24 घंटे बताए हैं. ऐसे में महिला के पास कोर्ट के दरवाजे खटखटाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था.

दरअसल, अहमदाबाद से कनाडा गई इस महिला को वहां भरुच के रहने वाले शख्स से प्यार हो गया. दोनों ने शादी की और कनाडा में ही रह रहे थे. फरवरी 2021 में लड़के के पिता की तबीयत काफी खराब हो गई. उन्हें दिल की बीमारी होने की वजह से पति-पत्नी मार्च 2021 में अहमदाबाद आए गए.

पिता का अस्पताल में इलाज चला वो ठीक हो गए, लेकिन अस्पताल में साथ रहे बेटे को कोरोना हो गया. 10 मई को उसे अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन उसके हालात में कोई सुधार नहीं हुआ, डॉक्टर ने दोनों ही फेफड़े ख़राब होने की वजह से उसे ऐक्मो सिस्टम पर भी रखा लेकिन उसे मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर होने लगा. ऐसे हालात में अब डॉक्टर भी कोई उम्मीद नहीं कर रहे हैं लेकिन महिला अपने पति से बेहद प्यार करती है और वो उसके बच्चे की मां बनना चाहती है जिसके लिए उसने गुजरात हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.

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गुजरात हाई कोर्ट ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए अर्जेंट बेसिस पर लिया. हाई कोर्ट के जज भी इस पूरे मामले को सुन कुछ मिनटों के लिए मौन हो गए. हालांकि हाई कोर्ट के ज़रिए महिला के वकील को अनुमति दी गई है, जिससे अब अस्पताल महिला के पति का स्पर्म ले सकेगा.

 

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