गुजरात के अमरेली से छात्र-शिक्षक के संबंधों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. इसमें स्कूल के टीचर ने 9 साल की नाबालिग छात्रा को अपनी विकृति का शिकार बनाया है. पीड़ित छात्रा ने अपने परिजनों को इस बात का संकेत दिया था जिसकी वजह से परिजन स्कुल के आसपास थे और जैसै ही शिक्षक ने छात्रा को क्लास से अपने रूम में बुलाया तभी सभी लोगों ने छापा मारा और शिक्षक को रंगे हाथों पकड़ लिया. जब लोगों ने धावा बोला तब छात्रा शिक्षक के पैर के पास टेबल के नीचे थी जिसके बाद लोगों ने शिक्षक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया.
अमरेली के कुकावाव रोड पर आए स्कुल में कुल 17 बच्चे कक्षा 1 से कक्षा 5 तक पढ़ते है और वहां पर सिर्फ 1 शिक्षक और आचार्य है. शिक्षक महेन्द्र कावठिया पर यह आरोप पीड़ित छात्रा ने लगाया है. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जांच शुरु की है.
डिप्टी एसपी चिराग देसाईने बताया कि शिक्षक महेन्द्र 48 साल का है और उसका 22 साल का बेटा भी है. उस पर पीड़ित छात्रा के पिता ने शिकायत करते हुए कहा है कि उनकी बेटी के अलावा दूसरी एक छात्रा के साथ भी शिक्षक ने यौन शोषण किया है. शिक्षक जिस हालत में पकड़ा गया था उसकी वजह से हमने पोक्सो समेत दुष्कर्म की धाराएं लगाकर उसे गिरफ्तार किया है.
उन्होंने कहा कि अभी पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और सभी सुबूत इकट्ठा करके उसे सख्त सजा दिलवाने के लिए काम कर रहे है. यह एक मानसिक विकृति की स्थिति दिख रही है क्योंकि शिक्षक ने जिन छात्राओं के साथ यह दुष्कर्म की कोशिश की है वह सिर्फ 9 साल की हैं. शिकायतकर्ता की बेटी ने अपने चाचा को इसके बार में बताया था कि उसका शिक्षक उसे अलग से रुम में बुलाता है और फिर कुछ गंदा करता है. इसके आधार पर परिवार के लोग उस दिन स्कुल के आसपास थे और जैसै ही शिक्षक महेन्द्र ने छात्रा को बुलाया सभी लोगों ने उस रुम पर धावा बोलकर शिक्षक को रंगे हाथों पकड़ लिया.