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कम कीमत की वजह से गुजरात के किसान जानवरों को टमाटर खिलाने पर मजबूर

गुजरात के खेतों में टमाटर की खेती करने वाले किसानों का एक सा हाल देखने को मिल रहा है. किसानों का कहना है कि थोक में एक किलो टमाटर की कीमत बमुश्किल एक रुपया है. ऐसे में उपज को खेत से बाजार तक ले जाने का खर्च भी नहीं निकल पाता है.

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20 किलो टमाटर के लिए मिल रहा एक रुपया
20 किलो टमाटर के लिए मिल रहा एक रुपया

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गुजरात में आजकल किसान टमाटर की फसल बो कर परेशान हैं. इतना ही नहीं ज्यादातर किसान अपनी फसल मवेशियों को खिला रहे हैं. इसकी वजह है टमाटर के गिरते दाम. टमाटर की कीमत इतनी कम हो गई है कि किसान इसको बेचकर उत्पादन लागत तक नहीं निकाल पा रहे हैं.

गुजरात के खेतों में टमाटर की खेती करने वाले किसानों का एक सा हाल देखने को मिल रहा है. किसानों का कहना है कि थोक में एक किलो टमाटर की कीमत बमुश्किल एक रुपया है. ऐसे में उपज को खेत से बाजार तक ले जाने का खर्च भी नहीं निकल पाता है.

साबरकांठा के किसान रजनी पटेल का कहना है कि जब टमाटर लगाए थे तब 20 किलो का दाम 300 रुपया था. लेकिन अब जब बाजार में बेचने जाते हैं तो 1 किलो के लिए सिर्फ एक रुपया मिलता है या इससे भी कम कीमत मिल पाती है. इसलिए किसान अब मवेशियों को टमाटर खिला रहे हैं.

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गर्मी की वजह से खराब हो रहे हैं टमाटर
किसानों की दूसरी चिंता बढ़ती गर्मी भी है. ज्यादा गर्मी होने की वजह से टमाटर खराब हो रहे हैं. उन्हें रखने के लिए किसानों के पास कोई कोल्ड स्टोरेज की भी सुविधा नहीं है. इसलिए इन टमाटरों को जानवरों को खिलाकर खत्म किया जा रहा है.

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