गुजरात में राजकोट के राज पेलेस में राजपुत महिलाओं ने नवरात्रि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हैरतअंगेज कारनामे किए. शौर्य दिखाते हुए वे खुली जीप,बाइक और घोड़े पर सवार होकर तलवार रास करती दिखाई पड़ीं. राजकोट के रानी साहेब कादंबरी देवी जी की अध्यक्षता में भगिनी सेवा फाउंडेशन द्वारा लगातार 16वें साल प्राचीन रस्म में गरबा की विभिन्न शैलियों का प्रदर्शन किया गया जिसमें तलवार रास सबसे महत्वपूर्ण है.
बता दें कि हर साल तलवार रास में क्षत्रिये समाज की महिलाओं द्वारा नए तरीके से प्रदर्शन किया जाता है. इस साल भी कमहिलाओं ने तलवार रास में कार, बाइक, जीप और घोड़े पर सवार होकर तलवार रास किया.राजपुत महिलाओं का यह प्रदर्शन देखकर लोग हैरान रह गए.
इसमें 10 साल की नन्ही लड़कियों से लेकर 60 वर्ष तक की महिलाएं भाग लेती हैं और पारंपरिक तलवार रास खेलती हैं. राजकोट के राजवी परिवार द्वारा संचालित भगिनी सेवा फाउंडेशन द्वारा अब तक 500 से अधिक लड़कियों और महिलाओं को तलवार बाजी की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. तलवार बाजी एक मुश्किल एक्सरसाइज है जो अधिकतर पुरुषों द्वारा की जाती है, लेकिन राजकोट की युवतियों और महिलाओं को महारथ दी जाती है, जिससे वे भविष्य में अपनी आत्मरक्षा भी कर सकें.
राजपेलेस में ये आयोजन पिछले 16 सालों से किया जा रहा है. तलवार रास में हर साल नया ग्रुप भाग लेता है. इसके लिए दो महीने की प्रैक्टिस करनी पड़ती है. क्षत्रिये बहनें-बेटियाँ हर साल कुछ नया करना चाहती हैं, जिससे उन्हें सुरक्षा के साथ छूट भी मिलती है और उनकी प्रतिभाएं भी बाहर आती हैं.
इनपुट-रौनक मजीठिया