गुजरात में राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल की जीत के बाद कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा और गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत ने बीजेपी पर करारा हमला बोला है. इन्होंने बीजेपी पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया.
आजतक से खास बातचीत में कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा ने कहा कि सत्य की हमेशा जीत होती है. कांग्रेस ने हमेशा सत्य का सहारा लिया है. अहमद भाई की जीत पहले से ही सुनिश्चित थी, लेकिन जिस तरह की परिस्थितियां बीजेपी ने पैदा की, उससे पता चलता है कि वह सत्ता के लिए किस स्तर तक उतर सकती है.
उन्होंने कहा कि वैसे तो अहमद पटेल की जान-पहचान काफी है, लेकिन बीजेपी ने उनके खिलाफ सत्ता और संगठन का खूब दुरुपयोग किया. हालांकि अहमद पटेल ने अपनी पूरी तैयारी पहले से ही कर रखी थी. साथ ही चुनाव आयोग ने भी अच्छा फैसला सुनाया.
कांग्रेस पार्टी का मनोबल बढ़ा
वोरा ने कहा कि यह सबसे अच्छी जीत है और हमें लगता है कि इससे कांग्रेस पार्टी का मनोबल बढ़ा है. यह सबकी जीत है. अहमद पटेल की जीत से छोटे से छोटे कार्यकर्ता का भी मनोबल ऊंचा दिख रहा है. जितनी भी बीजेपी नेताओं ने चाल चली, वह सब असफल हो गई.
अब मिलकर करना होगा काम
वोरा ने कहा कि अब हम सबको मिलकर काम करना होगा, जितनी हम एकता बनाना चाह रहे हैं, वह बनाते जा रहे हैं. इससे काफी असर पड़ेगा. राहुल भी हमारे नेता हैं. उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके चलते वह आ नहीं पाए.
BJP ने जो हथकंडे अपनाए उससे देश में आक्रोश
गुजरात कांग्रेस के इंचार्ज अशोक गहलोत ने भी राज्यसभा चुनाव मसले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. आजतक से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ओछी राजनीति की. राज्यसभा चुनाव में तीनों सीटें जीतने के लिए ऐसा माहौल बनाया गया. पहली बार हमारे विधायकों को तोड़कर और जानबूझकर विरोध में खड़ा किया गया. बीजेपी ने जीतने के लिए जो किया, उसका परिणाम भाजपा को भुगतना पड़ेगा. अहंकार और घमंड में डूबी बीजेपी के खिलाफ पूरे मुल्क में आक्रोश है.
रिटर्निंग ऑफिसर ने दबाव में आकर लिया था फैसला
गहलोत ने कहा कि देखिए हमने इलेक्शन कमीशन से कहा था कि यह तो रिटर्निंग ऑफिसर का काम है कि वह वोट को खारिज करें. मामला यहां तक आना ही नहीं चाहिए था. चुनाव आयोग के पास पहुंचने की बात ही नहीं थी. रिटर्निंग ऑफिसर दबाव में थे, उन्होंने अपने धर्म का पालन नहीं किया. वह दबाव में आकर अपने अंतरात्मा की आवाज नहीं सुनी और यहां तक नौबत आ गई. इस चुनाव से पूरे देश में बीजेपी को डैमेज पहुंचा है.
पटेल को उम्मीदवार बनाने के साथ ही बनी गई थी रणनीति
गहलोत ने कहा, 'मुख्य चुनाव आयोग को मैंने कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर ने अपने लेवल पर फैसला नहीं किया है और यह गलत हुआ. यह कांग्रेस की जीत है, जिसमें सोनिया गांधी भी आती हैं और अहमद भाई भी. राहुल गांधी तो सबसे पहले आते हैं. मैं अपनी भूमिका निभा रहा हूं. जिस दिन से राहुल गांधी ने अहमद पटेल को टिकट दिया, उसी दिन से मॉनिटरिंग हो रही है. मामले को लेकर पूरी रणनीति बनाई गई थी.'
तोड़फोड़ में विश्वास करती है बीजेपी
गुजरात में हम चुनाव जीतने जा रहे हैं. पहले से यह तय था कि हम चुनाव जीतेंगे. राज्यसभा चुनाव की घटना के बाद गुजरातवासियों में विश्वास पैदा हो गया है कि हमें ऐसी पार्टी को मौका देना चाहिए, जो लोकतंत्र में विश्वास करती है. गुजरात के लोग इस बात को जान चुके हैं कि बीजेपी तोड़फोड़ में विश्वास करती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पहले भी कह चुके हैं कि पुराना और नया साथ चलेगा. पहले भी राहुल को टारगेट करके निशाना बनाकर यह बात फैलाई गई, जो कि बिल्कुल गलत है.