महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण बिल को गुरुवार को देवेन्द्र फडणवीस सरकार ने राज्य के दोनों सदनों में पास कराया. महाराष्ट्र में आरक्षण बिल के पास होने से गुजरात में भी पाटीदारों के आरक्षण की मांग को और मजबूती मिली है.
गुजरात में भी बीजेपी की सरकार है ऐसे में हार्दिक पटेल ने गुजरात सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र में भी बीजेपी की सरकार है और गुजरात में भी बीजेपी की सरकार है. अगर मराठा समाज को आरक्षण मिल सकता है तो गुजरात में बीजेपी की सरकार को किस बात का अहंकार है.
गौरतलब है कि जब से महाराष्ट्र में ओबीसी आयोग के सर्वे के बाद बीजेपी सरकार की ओर से आरक्षण देने की बात कही गई, तभी से पाटीदार लगातार गुजरात में ओबीसी सर्वे की मांग कर रहे हैं. गुजरात में पाटीदारों की मांग है कि जैसे महाराष्ट्र में सर्वे के बाद आर्थिक और सामाजिक आधार पर मराठा समाज को आरक्षण दिया गया है, वेसे ही गुजरात में सरकार ओबीसी आयोग के जरिए सर्वे करवाए और जानकारी हासिल करे कि गुजरात में कितने पाटीदार आर्थिक तौर पर पिछड़े हैं.
पिछले हफ्ते ही हार्दिक पटेल और उनके साथी ओबीसी आयोग के अध्यक्ष सुगना भट्ट के पास अपनी अर्जी के साथ पहुंचे थे और गुहार लगाई थी कि पाटीदारों का सर्वे करवाए. हालांकि, गुजरात में सरकार पाटीदारों के आरक्षण को लेकर किसी भी तरह की स्पष्टता अब तक नहीं दिखा पाई है. ऐसे में हार्दिक पटेल का कहना है कि पिछले 3 साल से पाटीदार समाज आरक्षण की मांग कर रहा है.
पाटीदार आरक्षण आंदोलन में 14 पाटीदारों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी. जबकि 2017 में पाटीदारों कि नाराजगी का सब से ज्यादा खामियाजा भी बीजेपी को ही भुगतना पड़ा था. ऐसे में देखना बेहद दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र में मराठाओं को आरक्षण देने के बाद क्या बीजेपी सरकार गुजरात में पाटीदारों को आरक्षण देगी.