गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने वाले हार्दिक पटेल के सियासी भविष्य को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. हार्दिक ने अब तक इस बात पर संस्पेंस कायम कर रखा है कि वे कौन सी पार्टी का दामन थामने जा रहे हैं. सोमवार को इस मुद्दे पर जब आजतक ने हार्दिक से बात की तो उन्होंने कई खुलासे किए. हार्दिक ने बताया कि वो किन बातों को ध्यान में रखकर पार्टी का चुनाव करेंगे. आइए जानते हैं हार्दिक ने और क्या कहा...
सवाल- किस राजनीतिक दल को जॉइन करने जा रहे हैं?
जवाब- रास्ता तय हो चुका है. बहुत जल्द लोगों को बताएंगे कि क्या तैयारी है? हर इंसान राजनीतिक जीवन में 4 मुद्दों के साथ आगे बढ़ता है. इनमें समाज हित, राष्ट्र हित, प्रदेश का हित और समाज का हित शामिल हैं. जो चीजें कांग्रेस में रहकर नहीं की जा सकीं, आगे की जाएगी. जिस पथ पर गुजरात की जनता आगे बढ़ना चाहती है, उस पथ पर चलकर जनता का सहयोग करेंगे.
सवाल- 4 मुद्दों का जिक्र कहीं, BJP में जाने का इशारा तो नहीं?
जवाब- इन चारों मुद्दों को लेकर मुझे नहीं लगा की कांग्रेस दूर-दूर तक तैयार है. मैं पिछले 7 साल से गुजरात की राजनीति में सक्रिय हूं. कई सालों से कांग्रेस सत्ता में नहीं है. गुजरात की जनता कांग्रेस को दूर-दूर तक पसंद करने के लिए तैयार नहीं है. भारतीय जनता पार्टी को लेकर लोगों की अपेक्षा काफी ज्यादा हैं. मैं जिन 4 मुद्दों पर फोकस कर रहा हूं, वो मुद्दे सत्ता में बैठी पार्टी के साथ फिट बैठते हैं. अगले 10 दिनों में मेरा फैसला सबके सामने होगा. प्रदेश के लिए जो भी फैसला करेंगे डंके की चोट पर वो सब के सामने रखेंगे.
सवाल- जिग्नेश मेवाणी ने आइडियोलॉजिकल कंप्रोमाइज करने का आरोप लगाया है?
जवाब- आइडियोलॉजिकल कंप्रोमाइज (वैचारिक समझौता) की बात पार्टी के अंदर बहुत होती है. मेरी आइडियोलॉजी सिर्फ जनहित है. कांग्रेस पार्टी क्या करना चाहती? अगर आप कहना चाहते हैं कि जनहित करके मैंने आइडियोलॉजी चेंज कर दी. तो मैं कहूंगा हां मैंने आइडियोलॉजी बदल दी. समाज हित की बात हो, प्रदेश हित की बात हो, राष्ट्र हित की बात हो या राज्य हित की बात.. मैंने आइडियोलॉजी चेंज कर दी है. बात जिग्नेश मेवाणी की हो या किसी और की मैं मेरे मित्र के बारे में एक शब्द नहीं कहना चाहता.
सवाल- हार्दिक पटेल के इस्तीफे पर पत्नी का क्या रिएक्शन था?
जवाब- मेरी पत्नी और उसका परिवार काफी खुश था. क्यूंकी उसका परिवार सालों से बीजेपी की विचारधारा के साथ जुड़ा रहा है. ऐसे में जब मैं कांग्रेस से जुड़ा तो उसके परिवार के लोग भी मुझसे पूछते थे कि ऐसा क्यूं? हालांकि मेरे पिता जब जिंदा थे, तब वे कहते थे कि गलत पार्टी जॉइन कर ली है हार्दिक. लेकिन अब परिवार में सब खुश हैं.