पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को एक खुला पत्र लिखा है. इसमें 14 सितंबर की बैठक का जिक्र करते हुए इस मुलाकात में धमकियां देने, बातचीत के वक्त गंभीर न होने की बात कही गई है.
पत्र में यह भी लिखा गया है कि 'पाटीदार के बेटों को इतना कमजोर न समझें. हम शहादत से नहीं हिचकते. सभी मामलों में संजय जोशी या फिर हरेन पंड्या जैसा पसंदीदा और मनचाहा परिणाम नहीं मिल सकता है.'
हार्दिक पाटीदार समाज को ओबीसी का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन चला रहे हैं. उन्होंने पत्र में लिखा है कि 'आपके कहने से हमारा दमन होना है, तो वह हमें मंजूर है. हमें आशा है कि आप इसमें नहीं होंगी. आपने जो चेतावनी हमें दी है वह सच में आपके प्रशासनिक काम में तब्दील न हो, इसलिए आपको सूचित कर रहे हैं. बाकी, हमारी जिंदगी राम भरोसे हैं, ये जान लीजिए. पत्र लिखने की वजह हम पर होने वाले हमले और हमारे और हमारे सहयोगियों के खिलाफ जो फर्जी पुलिस केस किए जा रहे हैं, उनकी इत्तला करना है. यदि आप जानते न हों.' पत्र में धमकी दिए जाने और उस पर अमल किए जाने की भी बात कही गई है.