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गुजरात: स्वास्थ्य विभाग से पकड़े केमिकल से पकाए 32 टन आम

जल्द से जल्द कच्चे आम को पकाने के लिए व्यापारी के जरिये इस्तमाल होते केमिकल के बढ़ते उपयोग के चलते आज राजकोट म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने आम के व्यापारियों के यहां छापे मार कर करीब 1600 किलो आम जब्त कर उनका नाश किया. पिछले 15 दिनों में स्वास्थ्य विभाग ने कुल 32 टन आम का नाश किया है.

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पिछले 15 दिनों में स्वास्थ्य विभाग ने कुल 32 टन आम का नाश किया है.
पिछले 15 दिनों में स्वास्थ्य विभाग ने कुल 32 टन आम का नाश किया है.

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आम को फलों का राजा कहा जाता है, जो कि गरमी के दिनों में हर किसी का पसंदीदा फल रहता है. लेकिन मुनाफा कमाने के लिए इन दिनों व्यापारी आम को जल्दी पकाने के लिए जिस तरह से केमिकल का इस्तमाल कर रहे हैं, वह इंसान के लिए सबसे बड़ा खतरा भी माना जा रहा है. जल्द से जल्द कच्चे आम को पकाने के लिए व्यापारी के जरिये इस्तमाल होते केमिकल के बढ़ते उपयोग के चलते राजकोट म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने आम के व्यापारियों के यहां छापे मार कर करीब 1600 किलो आम जब्त कर उनका नाश किया. पिछले 15 दिनों में स्वास्थ्य विभाग ने कुल 32 टन आम का नाश किया है.

 

हेल्थ विभाग ने अब तक करीब आम के 22 व्यापारियों के यहां छापे मारे हैं, जिसमें 25 किलो से भी ज्यादा कारबाईड जैसे केमिकल बरामद किया है. कारबाईड वह केमिकल है, जिसे आम के बॉक्स में रखने के साथ ही पुरा आम का दो दिन में ही पक जाता है. लेकिन कारबाईड से पका आम खाने से कैंसर जैसी खतरनाक बिमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है.

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