वडोदरा बोट हादसा मामले में गुजरात हाईकोर्ट स्वत: संज्ञान ले सकता है. गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की तरफ से कोर्ट से इस संबंध में गुहार लगाई गई है. एसोसिएशन की तरफ से गुजरात हाईकोर्ट चीफ जस्टिस सुनीता अग्रवाल के समक्ष स्वत: संज्ञान लेने की याचिका दाखिल की गई है.
एडवोकेट बृजेश त्रिवेदी ने याचिका दाखिल कर कोर्ट से कहा है कि योग्य सुरक्षा न होने की वजह से यह हादसा हुआ है, जो कि बहुत ही करुण दुर्घटना है. इस पर कोर्ट ने कहा कि जिस तरह की लापरवाही से मासूम बच्चों की जान गई जो किसी हिसाब से चलाया नहीं जा सकता. कोर्ट जिम्मेदार व्यक्तियों को पक्षकार बनाते हुए स्वयं संज्ञान याचिका दायर करेगा.
कोर्ट से कहा गया है कि अगर देरी हुई तो सबूत छिपा दिए जाएंगे. लेक ऑफिस में कुछ लाइफ जैकेट थे, लेकिन उन्हें उपलब्ध नहीं कराया गया. एडवोकेट एसोसिएशन की तरफ से इस मामले में धारा 302 लगाने की बात कही गई है. हालांकि अभी तक इस पर हाईकोर्ट ने कोई ऑर्डर नहीं दिया है.
बता दें कि वडोदरा में गुरुवार को एक बड़ा हादसा हो गया. शहर के एक झील में नाव पलटने से 12 स्कूली बच्चे और दो टीचरों की मौत हो गई. हादसे के बाद गुजरात के सीएम मौके पर पहुंचे और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए. मुख्यमंत्री ने डीएम से 10 दिनों में हादसे की रिपोर्ट मांगी है. इस बीच 5 लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है. मुख्य आरोपी समेत दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं और बाकी तीन आरोपियों को पकड़ने के लिए 9 टीमों का गठन किया गया है.