गुजरात के अहमदाबाद सिविल अस्पताल में ब्रेनडेड मरीज का अंगदान हुआ. महेसाणा के कड़ी में रहने वाली रंजनबेन को 22 सितंबर के दिन डॉक्टरों ने ब्रेनडेड घोषित कर दिया था. उनके परिवार की अनुमति से ब्रेनडेड रंजनबेन के अंगदान के माध्यम से हार्ट, लीवर और दो किडनी समेत दान में चार अंग प्राप्त हुए. इन अंगों से चार लोगों को नया जीवन प्राप्त हुआ है.
यह अहमदाबाद सिविल अस्पताल में हुआ 166वां अंगदान था. रंजनबेन को महेसाणा के कड़ी से इलाज के लिए अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में लाया गया था. रंजनबेन ब्रेन हेमरेज की शिकार थीं. अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज के दौरान रंजनबेन को ब्रेनडेड घोषित कर दिया था.
एक फैसले से चार लोगों को मिली नई जिंदगी
इसके बाद रंजनबेन के पति को ब्रेनडेड की स्थिति के बारे में समझाया गया और अंगदान के बारे में बताया गया. उनकी मंजूरी के बाद रंजनबेन का हार्ट, लीवर और दो किडनी अंगदान में प्राप्त हुए. डॉक्टरों ने इसे 'परोपकारी फैसला' बताया.
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के एडिशनल सुप्रीटेंडेंट डॉक्टर रजनीश पटेल ने कहा, 'रंजनबेन के पति जिगरभाई ने इस दुख की घड़ी में हकीकत को स्वीकार करके ब्रेनडेड पत्नी का अंगदान करने का परोपकारी फैसला किया है, जिसकी वजह से चार लोगों को नया जीवन प्राप्त हुआ है.'
अब तक 520 लोगों को मिला नया जीवन
यह अहमदाबाद सिविल अस्पताल में किया गया 166वां अंगदान था. अब तक सिविल अस्पताल में ब्रेनडेड मरीजों के अंगदान से 536 अंग प्राप्त हुए हैं, जिसके माध्यम से अब तक 520 लोगों को नया जीवन मिल पाया है.
बता दें कि ब्रेनडेड रंजनबेन के अंगदान से प्राप्त हुईं दोनों किडनी और लीवर मेडिसिटी स्थित किडनी अस्पताल में जरूरतमंद मरीज में ट्रांसप्लांट किए गए है. रंजनबेन का हार्ट अहमदाबाद के यू.एन. मेहता अस्पताल में भेजा गया है, जो जरूरतमंद मरीज में ट्रांसप्लांट किया जाएगा.