पटेल आरक्षण पर बड़ा आंदोलन खड़ा कर चुके हार्दिक पटेल ने उनके चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज किया है. हार्दिक ने चुनाव लड़ने के सवालों पर कहा, 'मैं या मेरी पार्टी से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा. मैं लड़ूं तो मेरे समुदाय वाले मेरे घर पर पत्थर फेेंक सकते हैं.'
हार्दिक का यह स्पष्टीकरण उस समय आया जब कुछ पटेल नेताओं ने घोषणा की है कि वे आगामी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं.
बाइस वर्षीय हार्दिक ने आरोप लगाया, ‘पी सी पटेल हमारे साथ नहीं हैं. जहां तक मैं जानता हूं उन्होंने अपनी पार्टी का नाम 2003 में दर्ज करवाया था. मौजूदा आंदोलन से राजनीतिक लाभ उठाने का यह उनका एक प्रयास हो सकता है.’
शहर में 25 अगस्त को विशाल रैली तथा उसके बाद राज्य भर में हुई हिंसा के बाद एसपीजी नेता लालजी पटेल अलग हट गये और उन्होंने एक सामांतर आंदोलन शुरू किया. हार्दिक ने आज अपने पाटीदार समुदाय के सदस्यों से कहा कि वे ऐसे लोगों से दूरी रखें जो अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए आंदोलन का लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक दल का गठन निजी लाभों के लिए पटेल समुदाय को गुमराह करने का एक प्रयास है. पीएएएस इससे किसी भी तरह नहीं जुड़ा हुआ है. मैं लोगों से ऐसे लोगों से दूर रहने का अनुरोध करता हूं जो वोट बैंक की राजनीति करते हैं.’ हार्दिक ने कहा, ‘मेरी कोई राजनीतिक आकांक्षा नहीं है. मैं कोई नेता नहीं बनना चाहता. मैं अपने समुदाय को आजादी देता हूं कि यदि मैं कभी चुनाव लड़ू तो वह मेरे मकान पर पत्थर फेंक सकते हैं.’