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कच्छ के बाद जामनगर में वायुसेना का जगुआर एयरक्राफ्ट क्रैश, पायलट सुरक्षित

गुआर काफी खास किस्म का लड़ाकू विमान है. यह दुश्मन की सीमा में काफी अंदर तक घुसकर हमला कर सकते हैं. जगुआर की मदद से आसानी से दुश्मन के कैंप, एयरबेस और वॉरशिप्स को निशाना बनाया जा सकता है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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जामनगर वायुसेना स्टेशन में शुक्रवार को जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान जमीन के इतना करीब पहुंच गया कि इस हादसे में पायलट जख्मी हो गया. पायलट को जामनगर के एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालांकि पायलट अभी खतरे से बाहर हैं.

भारतीय वायुसेना से मिली जानकारी के मुताबिक, 'हादसा सुबह करीब 9:30 बजे हुआ, जब पायलट रूटीन ट्रेनिंग कर रहा था. विमान के पायलट को हादसे में कई चोट आई. हालांकि, अभी पायलट खतरे से बाहर हैं. बता दें कि घटना के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’के आदेश दे दिए गए हैं.'

गौरतलब है कि इसी हफ्ते मंगलवार को कच्छ में एक अन्य जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में वायुसेना के वरिष्ठ पायलट एयर कमोडोर संजय चौहान शहीद हो गए थे.

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वायुसेना पदक प्राप्त और जामनगर वायुसेना स्टेशन के एअर ऑफिसर कमांडिंग चौहान की मौत पांच जून को उस समय हो गई थी जब उनका जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर बारेजा गांव में एक खेत में गिर पड़ा था.

आपको बता दें कि जगुआर काफी खास किस्म का लड़ाकू विमान है. यह दुश्मन की सीमा में काफी अंदर तक घुसकर हमला कर सकते हैं. जगुआर की मदद से आसानी से दुश्मन के कैंप, एयरबेस और वॉरशिप्स को निशाना बनाया जा सकता है.

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