इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का क्रेज पूरे देश में देखने को मिलता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस क्रिकेट लीग ने सूरत के कपड़ा कारोबार को 75 करोड़ रुपये का बड़ा फायदा पहुंचाया है? खिलाड़ियों की जर्सी, ट्रैकपैंट और फैंस की टीम-थीम वाली टी-शर्ट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कपड़ा सूरत में ही तैयार हुआ है.
सूरत को एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मंडी कहा जाता है और यहां बनने वाला पोलिस्टर कपड़ा पूरे देश और विदेशों में निर्यात होता है. IPL में खिलाड़ी जिस टी-शर्ट और ट्रैकपैंट में खेलते हैं, उनका कपड़ा सूरत में बना है. इस खास फेब्रिक को ज्यूरिक मटेरियल से तैयार किया जाता है, जो लाइट वेट और स्ट्रेचेबल होने के साथ-साथ ड्राय फिट और UV प्रोटेक्टेड होता है.
टेक्सटाइल कारोबारी विष्णु अग्रवाल ने बताया कि पहले यह फेब्रिक चीन से इम्पोर्ट किया जाता था. लेकिन भारत सरकार द्वारा इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद चीन से आयात काफी हद तक रुक गया. इससे सूरत के कपड़ा उद्योग को सीधा लाभ मिला और यहां के व्यापारियों ने करीब 75 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कारोबार किया.
सूरत में तैयार इस खास कपड़े की कई विशेषताएं हैं
लाइट वेट फेब्रिक: हल्का और आरामदायक
ड्राय फिट: पसीना जल्दी सूख जाता है
UV प्रोटेक्शन: तेज धूप और गर्मी से बचाव
स्ट्रेचेबल: खिलाड़ियों की मूवमेंट के हिसाब से डिजाइन
एंटी-बैक्टीरियल: पसीने और नमी के बावजूद दुर्गंध नहीं होती
फैंस के लिए भी बना सूरत का कपड़ा
IPL में न सिर्फ खिलाड़ी बल्कि फैंस भी अपनी पसंदीदा टीम के रंगों में रंगे नजर आते हैं. स्टेडियम में जो दर्शक अलग-अलग टीम की टी-शर्ट पहनते हैं, उसका कपड़ा भी सूरत में ही तैयार हुआ है. हालांकि, खिलाड़ियों के लिए बनाए गए कपड़े की क्वालिटी और भी बेहतर होती है.
IPL ने बढ़ाया सूरत का उत्पादन
IPL के चलते सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को 15 टन कपड़ा तैयार करने का ऑर्डर मिला, जिससे व्यापारियों को 75 करोड़ रुपये का सीधा फायदा हुआ. यह बढ़ता कारोबार सूरत को भारत में पोलिस्टर कपड़ा निर्माण का नया हब बना रहा है.