गुजरात के जामनगर में हादसे का शिकार हुईं बीजेपी सांसद पूनम मदाम पहले भी सुर्खियों में रही हैं. मोदी लहर में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आईं पूनम, मोदी लहर पर सवार होकर पहली बार सांसद भी बन गईं. संसद में मुखरता से सवाल भी करती हैं, लेकिन असल में उनकी चर्चा पहली बार एक वीडियो के वायरल होने से हुई. वीडियो में वह जमकर थिरकती नजर आ रही थीं और उनके चारों ओर मौजूद भीड़ नोट उड़ा रही थी.
सोमवार को अतिक्रमण हटाओ आंदोलन के दौरान नाले में गिरीं सांसद को गंभीर चोटें आई हैं. घटना ने जामनगर म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन पर सवाल उठाएं हैं तो सालभर पहले पूनम मदाम कुछ तस्वीरों की वजह से सुर्खियों में आई थीं.
पिछले साल आईं थी चर्चा में
पिछले साल 18 अप्रैल को जब जूनागढ़ में प्रसिद्ध भलका तीर्थ महोत्सव मनाया जा रहा था तक बीजेपी सांसद पूनम मदाम विशेष तौर पर आमंत्रित थीं. जब वो कार्यक्रम में पहुंचीं तो भक्ति की धुन सुनकर जमकर डांस किया. सांसद का यूं डांस करना उतना विवादित नहीं बना था जितना यहां लुटाए जा रहे नोट. कहा जाता है कि चंद मिनटों में यहां करीब 30 करोड़ रुपए लुटा दिए गए.
सांसद ने कहा- ये पैसों की बर्बादी नहीं परंपरा है
मामला गरमाया तो उस वक्त पूनम मदाम ने अपने बचाव में दलील दी थी कि ये रुपयों की बर्बादी नहीं बल्कि ये सौराष्ट्र की सदियों पुरानी परंपरा है. भक्त इस तरह अपनी श्रद्धा जाहिर करते हैं और रुपये दान करते हैं.
बीजेपी सांसद के यूं थिरकने और नोट लुटाने पर सवाल कांग्रेस ने खड़ा किया था तो पूनम मदाम ने अपनी सफाई में कहा था कि इस धार्मिक कार्यक्रम में कई कांग्रेसी नेता और पूर्व कांग्रेस विधायक भी मौजूद थे. जिन्होंने नोट उड़ाए.
पूनम मदाम के बारे में खास बातें-
- कांग्रेस छोड़कर पिछले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में आईं.
- साल 2014 में पूनम मदाम पहली बार सांसद बनीं.
- पूनम ने जामनगर से अपने चाचा विक्रम मदाम को हराया था.
- पूनम जामनगर के पहले महापौर और खंभालिया से 6 बार विधायक रहे हेमंत मदाम की बेटी हैं.
- पिता की परंपरागत सीट से टिकट न मिलने पर पूनम ने कांग्रेस छोड़ी थी.
- शादीशुदा पूनम एक बच्चे की मां हैं.