गुजरात में शराबबंदी के बावजूद खुलेआम शराब बिक्री हो रही है. इसके विरोध में निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने देररात अहमदाबाद के गोमतीपुर थाने पर प्रदर्शन किया.
जिग्नेश का आरोप है कि पुलिस की मेहरबानी से अवैध शराब अहमदाबाद में बिक रही है. इस अवैध कारोबार के बारे में जानते हुए भी पुलिस इस पर रोक नहीं लगा पा रही है.
उनका का कहना है कि यदि पुलिस चाहे तो अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाईं जा सकती है. लेकिन पुलिस किसी भी तरह का एक्शन नहीं ले रही है.
इससे अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. वे अपने अवैध व्यापार को फैला रहे हैं. बता दें कि जिग्नेश मेवाणी विधायक बनने से पहले भी अवैध शराब कोरोबारियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते रहे हैं. हालांकि, अब तक पुलिस ने इस मामले में कोई बयान नहीं दिया है.
बता दें कि चुनाव जीतने के बाद से ही जिग्नेश एक्शन में हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के दूसरे ही दिन वे एक रोड प्रोजेक्ट को लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे थे और ज्ञापन दिया.
कौन हैं जिग्नेश...
जिग्नेश मेवाणी बनासकांठा जिले में वडगाम सीट से निर्दलीय विधायक हैं. वे गुजरात के दलित आंदोलन का सबसे बड़ा चेहरा माने जाते हैं. पेशे से वकील जिग्नेश राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक भी हैं. मेवाणी सबसे पहले उस वक्त सुर्ख़ियों में आए थे जब उन्होंने ऊना में गोरक्षा के नाम पर दलितों की पिटाई के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई की थी.
जिग्नेश का मिशन कर्नाटक
गुजरात में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के बाद जिग्नेश अब कर्नाटक में उतरने की तैयार कर रहे हैं. जिग्नेश ने आजतक से खास बातचीत में कहा था कि कर्नाटक में बीजेपी विरोधी दलों को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे. कर्नाटक में तीन प्रमुख पार्टियां कांग्रेस, बीजेपी और जनता दल (सेक्लूयर) हैं. ऐसे में जिग्नेश का बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाने का सीधा फायदा कांग्रेस को मिलेगा.