गुजरात में कोली नेता के तौर पर बड़ी पहचान रखने वाले विजय रूपाणी सरकार में मंत्री कुंवरजी बावलिया ने शुक्रवार को जसदण से उपचुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया. यह सीट कुंवरजी बावलिया के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के बाद खाली हुई थी.
कुंवरजी बावलिया ने जुलाई 2018 में ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ली थी. उसी दिन उन्हें कैबिनेट मंत्री की शपथ भी दिला दी गई. जसदण से वे चार बार विधायक चुने जा चुके हैं और अब पांचवीं बार बीजेपी प्रत्याशी के रूप में भाग्य आजमा रहे हैं. वह एक बार सांसद भी चुने गए हैं. बावलिया विधानसभा में कांग्रेस की ओर से नेता विपक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज थे. कोली पटेल समुदाय पर उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है इसलिए कांग्रेस अब पाटीदार और कोली पटेल में उलझ सी गई है.
बावलिया जिस जसदण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं वह विजय रूपाणी का इलाका है. 2019 में होने वाले आम चुनाव से होने वाला यह उप चुनाव बीजेपी के लिए अहम माना जा रहा है. बहरहाल, बावलिया के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी में पहले से मौजूद कोली नेता नाराज चल रहे हैं. ऐसे में बावलिया को अंदरूनी नाराजगी से निपटना भी बड़ी चुनौती है.
बता दें कि जसदण सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है लेकिन अब उनका दिग्गज नेता बावलिया ही बीजेपी में शामिल हो गए. कांग्रेस के लिए उनके कद का नेता तैयार करना टेढी खीर हो गई है. कांग्रेस अपना उम्मीदवार रविवार देर रात को करेगी ताकि अंतिम दिन सोमवार को नामांकन भरा जा सके. तीन दिसंबर को पर्चा भरने का आखिरी दिन है जबकि 20 को मतगणना है.