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गोधरा में ओवैसी की शानदार एंट्री, 8 सीटों पर लड़ा चुनाव, 7 पर जीत

गुजरात में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में जिस तरह से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने शानदार प्रदर्शन किया है. अब AIMIM के बढ़ते वर्चस्व के बारे में माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में AIMIM और बीटीपी मिलकर मुस्लि‍म-दलित और आदिवासी गठजोड़ के जरिये अच्छी खासी सीटें हासिल कर सकते हैं.

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AIMIM ने गोधरा, मोडासा और भरुच नगरपालिका में जीत हासिल की (फाइल-पीटीआई)
AIMIM ने गोधरा, मोडासा और भरुच नगरपालिका में जीत हासिल की (फाइल-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मोडासा में AIMIM के 12 उम्मीदवारों में से 9 जीते
  • नगरपालिका में AIMIM अब प्रमुख विपक्षी पार्टी बनी
  • BTP संग गठबंधन कर चुनाव उतरी थी ओवैसी की पार्टी

गुजरात में 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तालुका पंचायतों के लिए रविवार को हुए चुनाव के नतीजे आज मंगलवार को घोषि‍त किए जा रहे हैं. गुजरात में पहली बार भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के साथ गठबंधन करके मैदान में उतरी AIMIM का प्रदर्शन स्थानीय निकाय चुनाव में काफी बेहतरीन रहा.

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हाल ही में नगर निगम चुनाव के जरिये गुजरात में एंट्री मार चुकी असदुद्दीन ओवैसी की पाटी AIMIM ने इन चुनावों में भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए गोधरा में भी एंट्री मार ली.

गोधरा के अलावा भरुच और मोडासा में जीत 
गोधरा की 44 नगरपालिका सीटों में से AIMIM ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इनमें से 7 सीटों पर उसे जीत हासिल हुई है. जबकि पार्टी ने भरुच में भी एक सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं मोडासा नगरपालिका में AIMIM प्रमुख विपक्षी पार्टी बन गई है.

AIMIM ने गोधरा, मोडासा और भरुच नगरपालिका में अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. इनमें से मोडासा में पार्टी के 12 उम्मीदवार चुनाव लड़े और 9 पर जीत हासिल हुई. मोडासा नगरपालिका में AIMIM प्रमुख विपक्षी पार्टी बन गई. वहीं गोधरा नगरपालिका की 44 सीटों में से 7 पर AIMIM को जीत हासिल हुई है.

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AIMIM के असदुद्दीन औवेसी ने गोधरा और मोडासा में चुनावी जनसभा को भी संबोधित किया था. गोधरा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि गोधरा में 2002 में हुए ट्रेन हादसे के बाद यहां सालों से कांग्रेस चुनाव जीतती आई थी, लेकिन पहली बार होगा कि जिन सीटों पर कांग्रेस का प्रभुत्व था, उन्हीं सीटों पर अब AIMIM अपना कब्जा जमा रही है.

दूसरी ओर भरुच में भी AIMIM ने अपना खाता खोलने में कामयाबी हासिल की. हालांकि, यहां पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा. भरूच की 8 सीटों में से AIMIM को मात्र एक सीट मिल सकी. गुजरात में AIMIM के बढ़ते वर्चस्व के बारे में माना जा रहा है कि आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में AIMIM और बीटीपी मिलकर मुस्लि‍म-दलित और आदिवासी गठजोड़ के जरिये अच्छी खासी सीटें हासिल कर सकते हैं.

 

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