Gujarat will get the Benefit of Monsoon Rain: मध्य प्रदेश में इन दिनों मूसलाधार बारिश जारी है. राज्य को बाढ़ जैसी स्थिति से बचाने के लिए गुजरात के सरदार सरोवर नर्मदा बांध में पानी छोड़ा जा रहा है. इसकी वजह से नर्मदा के तटीय गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. गुजरात के अंदर सरदार सरोवर नर्मदा बांध में पानी छोड़े जाने के कई फायदे भी हैं. सरदार सरोवर नर्मदा बांध पूरी तरह भरने से गुजरात के लिए डेढ़ साल तक सिंचाई से लेकर पीने के पानी तक का बंदोबस्त हो गया है. फिलहाल, नर्मदा बांध के अंदर 4837 मिलीयन क्यूबिक मीटर पानी जमा कर लिया गया है.
तालाब भरने का काम जारी
कई दिनों से मुख्य नहर के द्वारा 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो राज्य के उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के इलाकों में भेजा जा रहा है. इन क्षेत्रों के खाली तालाबों को भरने का काम किया जा रहा है.
24 घंटे बिजली उत्पादन
बांध के ऊपर पानी का इनफ्लो लगातार बढ़ने की वजह से 1200 मेगावॉट विज उत्पादन की क्षमता वाले रिवर बेड पावर हाउस को पिछले 24 दिनों 24 घंटे चलाया जा रहा है. इससे रोजाना 24 मिलियन यूनिट बिजली पैदा हो रही है यानी 5.5 करोड़ रुपये की बिजली पैदा हो रही है. बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, पिछले 24 दिनों में ये आकड़ा 100 करोड़ रुपये पार कर गया है.
इन राज्यों को जाती है इतनी बिजली
नर्मदा बांध से जो बिजली पैदा होती है उसमें से 27% दिल्ली और महाराष्ट्र, 57% मध्य प्रदेश को और गुजरात के 27 % बिजली मिलती है. इस बार नर्मदा बांध पूरी तरह से भर गया है. अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में अगले डेढ़ साल तक कोई दिक्कत नहीं होगी. बता दें कि सरदार सरोवर नर्मदा बांध का जल स्तर 135 मीटर तक पहुंच चुका है. अभी भी 10 गेट खोलकर पानी नर्मदा नदी में छोड़ा जा रहा है.