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महात्मा गांधी की पौत्रवधु का निधन, 95 साल की शिवालक्ष्मी ने सूरत में ली अंतिम सांस

बापू की 95 साल की पौत्रवधु शिवालक्ष्मी ने सूरत के ग्लोबल हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. उनकी कोई संतान नहीं थी. वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं.

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महात्मा गांधी के पौत्र कनु गांधी की पत्नी थीं शिवालक्ष्मी
महात्मा गांधी के पौत्र कनु गांधी की पत्नी थीं शिवालक्ष्मी

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  • कनु गांधी की पत्नी थीं शिवालक्ष्मी
  • 2013 में पति के साथ आई थीं भारत

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पौत्रवधु का निधन हो गया. बापू की 95 साल की पौत्रवधु शिवालक्ष्मी ने सूरत के ग्लोबल हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. उनकी कोई संतान नहीं थी. वह पिछले लंबे समय से बीमार चल रही थीं. उनका उपचार ग्लोबल हॉस्पिटल में चल रहा था.

बताया जाता है कि वे सूरत के भीराड स्थित एक आश्रम में रह रही थीं. वे कुछ दिन पहले अपने कमरे में ही गिर गई थीं. बीमार चल रही शिवालक्ष्मी को चोट आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. शिवालक्ष्मी, महात्मा गांधी के पौत्र कनुभाई गांधी की पत्नी थीं.

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कनुभाई, महात्मा गांधी के तीरसे पुत्र रामदास के पुत्र थे. रामदास गांधी की तीन संतानों में कनुभाई के अलावे दो बेटियां सुमित्रा बेन और उषा बेन थीं. जानकारी के अनुसार शिवालक्ष्मी कनुभाई के साथ साल 2013 में विदेश से भारत आई थीं. कनुभाई और उनकी पत्नी शुरू में दिल्ली और बेंगलुरु में रहे. मरौली के आश्रम में कुछ दिन रहने के बाद यह दंपति साल 2014 में अपने गृह राज्य गुजरात आ गया था.

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कनुभाई अपनी पत्नी शिवालक्ष्मी के साथ सूरत के भारती मैया आनंदधाम वृद्धाश्रम में रहने लगे थे. बता दें कि अमेरिका की अंतरिक्ष विज्ञान एजेंसी नासा में वैज्ञानिक रहे कनु गांधी का साल 2014 में निधन हो गया था. कनु की चिता को पत्नी शिवालक्ष्मी ने ही मुखाग्नि दी थी. कनु गांधी के देहांत के समय यह दंपति सूरत के ही राधाकृष्ण मंदिर में रह रहा था.

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