गुजरात के सूरत में एक ही घर परिवार के 7 लोगों की मौत से लोग दहल उठे हैं. कथित तौर पर एक कारोबारी ने अपने माता-पिता, पत्नी और तीन बच्चों को जहर देकर मौत नींद सुला दिया. इसके बाद फांसी लगाकर उसने खुदकुशी कर ली. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें कारोबारी ने अपना दर्द बयां किया है.
दरअसल, सूरत के अडाजन इलाके में कनुभाई सोलंकी का परिवार रहता था. सिध्देश्वर अपार्टमेंट की पहली मंजिल पर कनुभाई, उनकी पत्नी, बेटा मनीष उर्फ शान्तु, मनीष की पत्नी रीटा, उसकी दो बेटियां दिशा, काव्य और बेटा कुशल रहता था.
पुलिस के हाथ लगा सुसाइड नोट
मनीष इंटीरियर डिजाइन और फर्नीचर का कारोबार करता था. परिवार बेहद खुश रहता था. किसी तरह की कोई समस्या नहीं भी थी. मगर, ये वो चीजें थीं जो दिख रही थीं. मनीष के साथ सबकुछ ठीक नहीं था. इसका खौफनाक खुलासा उस वक्त हुआ जब सिध्देश्वर अपार्टमेंट की पहली मंजिल पर रहे सोलंकी परिवार के सात लोगों की लाश मिली.
मौत के मातम के बीच सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की. इस दौरान पुलिस के हाथ एक सुसाइड नोट लगा. इसमें किसी का नाम तो नहीं है लेकिन मनीष ने इसमें किसी को पैसे दिए जाने और पैसे नहीं मिलने से त्रस्त होने की बात लिखी है. साथ ही लिखा है कि मरने के बाद किसी को हैरान नहीं करूंगा.
इसके साथ ही कारोबारी ने लिखा, किस प्रकार मैं दिन बिता रहा हूं, ये मेरा मन जानता है. मेरे जाने के बाद मेरे बच्चों और मम्मी, पापा कैसा जिएंगे, वो मेरे बिना रह नहीं सकते, वो चिंता सता रही है. इस पत्र के लिखने के पीछे कोई निजी कारण जाहिर हो सकते हैं, लेकिन उनका यहां नाम लेना नहीं चाहता हूं. जीवित रहते हुए हैरान नहीं किया तो मरने के बाद किसी को हैरान नहीं करना चाहता.
सुसाइड नोट के साथ खाली बोतल भी मिली
इस मामले में डीसीपी राकेश बारोट ने बताया कि घर से सुसाइड नोट के साथ ही एक खाली बोतल मिली है. संभवत इसमें जहर था. मनीष के अलावा घर के अन्य सदस्यों के मौत जहर के कारण हुई है. एक साथ एक परिवार के सात लोगों की मौत की सूचना से शहर में हड़कंप मचा हुआ है.
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और तफ्तीश कर रही है. एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची है. जांच में जुटी पुलिस का मानना है कि मनीष ने पहले परिजनों को जहर दिया फिर फांसी लगाई होगी. हालांकि सच क्या है, ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)