गुजरात में गांधीनगर के दहेगाम में अरंडी का तेल खाकर 16 लोगों के शरीर जकड़ गए. मामले का खुलासा हुआ तो तेल को जांच के लिए प्राइवेट लैब में भेजा गया जहां, तेल में पेस्ट्रीसाइड पाया गया. पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि तेल खाने से पीड़ितों के शरीर जकड़ गए. मिलावट के काले कारोबार का शिकार हुए ये लोग अब ठीक से चल पाएंगे या नहीं ये उनको भी नहीं पता. दरअसल, इन्होंने साल भर घर में रखे जाने वाले चावल, गेहूं और दाल जैसी खाने कि चीजों पर अरंडी का तेल लगाया था ताकि उनमें कीड़े न पड़ें.
पहले जुकाम फिर जकड़ गए हाथ-पैर
ऐसा पहली पहली बार नहीं था. ये लोग सालों से इसी तरह अनाजों का इस्तेमाल करते आ रहे थे लेकिन इस बार उनका ये उपाय जानलेवा साबित हुआ. जैसे ही नए गेहूं में लगा अरंडी का तेल खाया तो पहले उन्हें जुकाम हुई और फिर देखते देखते 15 दिन में ही उनके हाथ-पैर जकड़ गए.
एक ही परिवार के पांच लोगों की हालत खराब
अहमदाबाद की रहने वाली भूमि गज्जर ने बताया कि उसने परिवार के दूसरे लोगों की तरह ही उसी गेहूं के आटे की रोटियां खाईं थी और एक साथ परिवार के पांच लोगों की हालत बिगड़ गई. हालत खराब होने पर उन्होंने सारे टेस्ट करवाए तो पाया कि खाने में पेस्ट्रीसाइड के इस्तेमाल से ऐसा हुआ है. बाद में तेल का टेस्ट लैब कराने पर पता चला कि उसी में मिलावट की गई थी.
डॉक्टरों के मुताबिक, पीड़ितों के ठीक होने में दो महीने से छह महीने तक लग सकते हैं. पुलिस ने मिलावट का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.