गुरुवार से रमजान का महीना शुरू हो गया है और इस पाक महीने के पहले दिन ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. सुबह नरेंद्र मोदी ने ट्वीट पर शुभकामना संदेश दिया तो कांग्रेस हमले को तैयार हो गई.
जिन नरेंद्र मोदी ने सद्भावना उपवास में टोपी पहनने से परहेज किया था, उन्होंने रमजान के पहले दिन की सुबह-सुबह शुभकामनाओं की ट्वीट उड़ा दी. लिखा 'रमजान मुबारक. ये पाक महीना हम सब के जीवन में खुशियां, शांति और समृद्धि लाए.'
मुस्लिमों के लिए मोदी की ये मुबारकबाद कांग्रेस को खल गई. बिना देरी किए अर्जुन मोडवाडिया ने शुभकामना संदेश को सियासत का चोला पहना दिया. कांग्रेस ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि ‘वह वोट के लिए कुछ भी करेंगे.’ वर्ष 2002 के साम्प्रदायिक दंगों का दाग मिटाने का प्रयास कर रहे मोदी को हाल ही में भाजपा की चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. मुस्लिमों को उनकी बधाई को वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले छवि बदलने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.
मोदी के बयान में प्रतिक्रिया में गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोडवाडिया ने किसी पार्टी या व्यक्ति का नाम लिये बिना कहा, ‘वे वोट के लिए कुछ भी करेंगे. वे राम मंदिर मुद्दा उठाएंगे और बाद में छोड़ देंगे. वे कहेंगे कि मोहम्मद अली जिन्ना धर्मनिरपेक्ष थे. वे सच्चर समिति की रिपोर्ट जलाएंगे और वे रमजान की बधाई देंगे.’ उन्होंने कहा, ‘ये जनता है, ये सब जानती है.’
उन्होंने रमजान की बधाई देने के लिए स्वयं भी ट्विटर का सहारा लिया. उन्होंने कहा, ‘सभी को रमजान की मुबारकबाद. यह पाक महीना सभी के लिए शांति और समृद्धि लाये.’
राजनीति के शतरंज पर कांग्रेस ने रमजान से मोदी को शह दी, तो भला बीजेपी कैसे शांत रहती. फट से बचाव में सेना उतर गई. नेताओं को भला और चाहिए भी क्या. उनके लिए तो हर बात एक मुद्दा है. और इस सियासी शिकंजे से रमजान को भी रिहाई नहीं मिली.