बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की चाय चौपाल का कार्यक्रम शनिवार को रद्द करना पड़ा. शनिवार को गांधीनगर के 'नमो' टी स्टॉल पर जाकर मोदी खुद चाय की चुस्कियों के बीच आम लोगों से देश की सियासत पर गंभीर मंत्रणा करने वाले थे.
लेकिन पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के चलते इसे स्थगित कर दिया गया. देश भर में लगभग 1000 जगहों पर ये चाय चौपाल लगनी थी जिसमें मोदी खुद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों से बात करने वाले थे. लेकिन इंतजाम पूरे नहीं हो पाने की वजह से इसे रद्द करना पड़ा.
शनिवार सुबह अहमदाबाद के अखबार 'नगर' में एक इश्तेहार था, जिसमें लिखा था चाय पर चर्चा नमो के साथ. ये नया नारा है बीजेपी का. कोशिश है चाय की दुकानों से बीजेपी के पक्ष में जनमत तैयार करने की. 1000 जगह पर ये चौपाल होनी थी, जहां मोदी लोगों को संबोधित करते लेकिन इसके लिए अब लोगों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा.
इस अभियान का विधिवत आगाज शनिवार से ही होना था. बताने की जरूरत नहीं नमो टी स्टाल का कान्सेप्ट कहां आया है. क्योंकि मोदी खुद बता चुके हैं कि वो चाय दुकान से सीएम की कुर्सी तक पहंचे हैं और अब तमन्ना दिल्ली की गद्दी की है.
मोदी के सियासी अरमानों को परवान चढ़ाने के लिए बड़ी तेजी से देश भर में नमो टी-स्टाल खोले जा रहे हैं. चाय बेचने वालों को मोदी का ये अभियान खूब लुभा रहा है.
राजनीति में सत्ता तक पहुंचने के लिए इन दिनों तरह तरह के फार्मूले अपनाए जा रहे हैं, ऐसे में बीजेपी भी चाय चौपाल के जरिए मिशन 272 तक पहुंचने का सपना देख रही है.