लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात भाजपा का भर्ती अभियान लगातार जारी है. भर्ती अभियान की पांचवी कड़ी में आज राज्यसभा से कांग्रेस के सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री नारण राठवा और उनके बेटे अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए. इन दोनों के अलावा सौराष्ट्र और मध्य गुजरात से चुनाव लड़े हुए और हारे हुए 10000 से ज्यादा नेता कार्यकर्ताओ ने भाजपा का दामन थामा.
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मोदी की गारंटी ही पक्की गारंटी: सीआर पाटील
गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील ने इन सभी का स्वागत करते हुए कहा कि देश में यह ऐसी पहली घटना होगी कि जब इतनी बड़ी संख्या में नेता- कार्यकर्ता किसी पार्टी में जुड़ रहे हैं. उन्होंने अभी कहा कि पूरे देश और विश्व को मोदी की गारंटी पर भरोसा है, क्योंकि मोदी की गारंटी ही पक्की गारंटी है. इससे पहले भी भाजपा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक एवं कार्यकर्ता जुड़ चुके हैं.
कांग्रेस से 6 बार सांसद रहे नारण राठवा भाजपा में शामिल
आज राज्यसभा का टर्म खत्म होने से पहले कांग्रेस से 6 बार सांसद रहे नारण राठवा अपने बेटे के साथ भाजपा में शामिल हुए. आज तक से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारी भाजपा से कोई डील नहीं हुई पर हमारे 60% से ज्यादा कार्यकर्ता पहले ही भाजपा में जुड़ चुके थे, अब हम ही बाकी थे तो हमारे पास और कोई विकल्प नहीं था. कार्यकर्ताओं की वजह से हमने भाजपा में जुड़ने का फैसला लिया और जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विकास कार्य करते जा रहे हैं, वह हमने लोकसभा और राज्यसभा में बैठकर नजदीक से देखा है.
कल ही पूरे देश में 41000 करोड़ से ज्यादा की रेल परियोजना के विकास कार्य शुरू हुए. यह दर्शाता है कि किस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की राह पर देश को बदल रहे हैं और इसलिए हम भाजपा में शामिल हुए हैं. राठवा के साथ उनके बेटे संग्राम राठवा भी भाजपा में जुड़े और कहां की हम संगठन के आदमी है और संगठन में काम करेंगे.
7 मार्च से गुजरात में भारत जोड़ो न्याय यात्रा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 7 मार्च से गुजरात में प्रवेश करेगी उससे पहले आदिवासी इलाकों में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. छोटा उदयपुर लोकसभा से आने वाले राठवा साल 2009 में वहां से लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं. यूपीए सरकार में रेल राज्य मंत्री भी रह चुके हैं राठवा. आदिवासी क्षेत्र में कांग्रेस का मजबूत चेहरा माने जाने वाले राठवा अब भाजपा के हो गए हैं और दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस के पास संगठन नहीं रहा और जमीनी कार्यकर्ता न होने की वजह से 2024 के चुनाव में गुजरात में कांग्रेस की हार निश्चित है.