सूरत की लाजपोर जेल में बंद स्वयंभू संत आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं को गुजरात हाईकोर्ट ने अपने पिता आसाराम से मिलने के लिए जमानत दे दी है. वह जोधपुर जेल में अपने पिता आसाराम से 4 घंटे तक मिल सकेगा. कोर्ट ने आदेश दिया है कि जेल में पिता-पुत्र की मुलाकात के दौरान कोई और मौजूद न रहे. वहीं, नारायण साईं अपनी मां और बहन से भी नहीं मिल सकेगा.
दरअसल, आसाराम बापू पिछले 11 साल से जेल में बंद हैं. इस वजह से नारायण साईं अपने पिता से नहीं मिल पाया है. इसलिए गुजरात हाईकोर्ट ने मानवीय आधार पर नारायण साईं की पिता से मिलने की याचिका मंजूर कर ली है. नारायण साईं को सूरत जेल से विशेष विमान से जोधपुर ले जाया जाएगा. इस दौरान 1 एसीपी, 1 पीआई, 2 हेड कांस्टेबल और 2 कांस्टेबल मौजूद रहेंगे.
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साथ ही कोर्ट ने नारायण साईं को सचिन थाने को प्रति घंटे 5 लाख रुपए खर्च के तौर पर देने का आदेश दिया है. सचिन थाने में पैसे जमा होने के बाद सरकार काम के घंटों को लेकर फैसला लेगी. इसके बाद जोधपुर जेल का दौरा कर नारायण साईं को वापस लाजपोर जेल लाने और कोर्ट को रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है.
बताते चलें कि साल 2013 में सूरत की दो बहनों ने आरोप लगाया था कि आसाराम और नारायण साईं ने उनके साथ रेप किया है. दोनों बहनों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि साल 2002 और 2005 में बाप और बेटे ने उनको कई बार अपनी हवस का शिकार बनाया. दोनों बहनें आसाराम के आश्रम में साधक बनकर रह रही थीं. इस दौरान आसाराम और नारायण की पत्नियां ही उन्हें उनके पास ले जाया करती थी. इसके बाद दोनों बाप-बेटे उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाते थे.
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रेप पीड़िताओं ने बताया था कि नारायण साईं उनको कई जगहों पर ले जाकर शारीरिक शोषण किया था. यहां तक कि अप्राकृतिक संबंध भी बनाया करता था. वो अक्सर ऐसा कई लड़कियों के साथ करता था. उसने कई लड़कियों से जिस्मानी रिश्ते बनाए थे. जब लड़कियों ने उसके खिलाफ रेप की शिकायत की तो वो कहता कि उनसे बहुत प्यार करता है. इतना ही नहीं उन्हें लव लेटर लिखकर अपने प्यार का इजहार भी किया करता था. दिल्ली पुलिस ने उसको दिसंबर 2013 में गिरफ्तार किया था.