पहले बाप और फिर बेटा! आसाराम के बाद बेटा नारायण साईं भी आखिरकार जेल पहुंच ही गया. वही जेल जहां जाने से बचने के लिए उसने पूरे 13 करोड़ रुपये में पुलिस, न्यायपालिका, सरकारी डॉक्टर और जेल स्टाफ को खरीदने की नाकाम कोशिश की थी. 14 दिनों तक सूरत पुलिस की हिरासत में रहने के बाद कोर्ट ने गुरुवार को नारायण साईं को जेल भेज दिया. अब आसाराम जोधपुर जेल में हैं तो वहीं बेटा नारायण साईं सूरत जेल में.
आखिरकार जेल पहुंचा नारायण साईं...
बाप आगे-आगे बेटा पीछे-पीछे, पर मंजिल दोनों की एक ही निकली वो भी जेल. बस फर्क इतना रहा कि बाप तीन महीने 17 दिन पहले जेल पहुंच गया था और बेटा अब पहुंचा है. आसाराम बापू तो पिछले तीन महीने 17 दिन से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. वक्त गुजरने के साथ सुना है अब उन्हें जेल में नींद भी आ जाती है. पर बेटे नारायण साईं को पहली बार जेल का दीदार गुरुवार को हुआ. जेल के रंग में ढलने में कुछ वक्त तो लगेगा, कुछ रातें तो अभी भारी ही गुजरेंगी.
बाप-बेटे को जमानत का इंतजार...
14 दिन लंबी पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद नारायण साईं को गुरुवार को कोर्ट ने जेल भेज दिया है. अब नरायण साईं ठीक अपने बाप की तरह तब तक जेल में ही रहेगा जब तक कि उसे जमानत नहीं मिल जाती. अब बाप को तो साढ़े तीन महीने से जमानत मिली नहीं, जबकि वो बूढ़े भी हैं, लिहाजा बेटे को इतनी जल्दी जमनात मिल जाए इसकी उम्मीद तो और भी कम है.
नारायण साईं के खिलाफ पुख्ता चार्जशीट की तैयारी में पुलिस...
वैसे भी सूरत पुलिस ने 14 दिनों की पुलिस हिरासत का भरपूर फायदा उठाया है. सूत्रों की मानें तो इस दौरान हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने नारायण साईं के खिलाफ तमाम जरूरी सबूत जुटा लिए हैं. अब पुलिस की तैयारी नारायण साईं के खिलाफ एक मजबूत और पुख्ता चार्जशीट तैयार करने की है. सूरत पुलिस सूत्रों के मुताबिक जेल जाने से पहले नारायण साईं ने जो कुछ कहा है वो सब कैमरे में कैद है. पीड़ित लड़की का बयान भी उसके खिलाफ है. और तो और पुलिस हिरासत के दौरान ही पुलिस, न्यायपालिका, सरकारी डॉक्टर और जेल स्टाफ को खरीदने की उसकी साजिश का खुलासा होने के बाद उसकी मुसीबत और बढ़ गई है. पिछले हफ्ते सूरत पुलिस ने क्राइम ब्रांच के एक सब इंस्पेक्टर समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर ये खुलासा किया था कि नारायण साईं ने पुलिस, न्यायपालिका, और जेल स्टाफ को खरीदने के लिए कुल 13 करोड़ रुपये की एक डील तैयार की थी. इनमें से पांच करोड़ पुलिस ने बरामद भी कर लिए थे.
जेल में कड़ी निगरानी के बीच है नारायण साईं...
जेल स्टाफ को खरीदने की कोशिश के बाद अब पुलिस इस बात पर भी नजर रखे है कि जेल में रहने के दौरान कहीं नारायण साईं को कोई खास सुविधा तो नहीं दी जा रही? वैसे सूत्रों के मुताबिक इस खुलासे के बाद खुद जेल स्टाफ भी डरा हुआ है. उसे पता है कि पुलिस की उसपर नजर है, इसलिए अगर कोई भी जेल स्टाफ नारायण साईं के साथ जरा भी रियायत बरतता है तो जाहिर है वो फौरन शक के घेर में आ जाएगा.