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एक तस्वीर, तीन किरदार, और गुजरात की 22 साल की सियासत की पूरी कहानी

शपथ ग्रहण समारोह में कई दिग्गज शामिल हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से मुलाकात की. लेकिन जब मोदी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल और पूर्व कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला के पास रुके तो कैमरे के फोकस वहीं जा रुका.

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एक तस्वीर में झलकी गुजरात की सियासत (शंकर सिंह वाघेला, केशुभाई पटेल, नरेंद्र मोदी)
एक तस्वीर में झलकी गुजरात की सियासत (शंकर सिंह वाघेला, केशुभाई पटेल, नरेंद्र मोदी)

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कहते हैं सियासत में कोई दोस्त कोई दुश्मन नहीं होता. आज गुजरात में विजय रूपाणी के शपथ ग्रहण समारोह में कुछ ऐसा ही हुआ. समारोह से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जो गुजरात की पिछले 22 साल की राजनीति को दर्शाता है.

शपथ ग्रहण समारोह में कई दिग्गज शामिल हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से मुलाकात की. लेकिन जब मोदी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल और पूर्व कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला के पास रुके तो कैमरे के फोकस वहीं जा रुका.

1995 में केशुभाई की अगुवाई में ही बीजेपी की सरकार बनी थी, जो सिलसिला अभी तक जारी है. हालांकि, केशुभाई अब बीजेपी के साथ नहीं हैं, लेकिन मोदी से उनका रिश्ता हमेशा गुरू-शिष्य का ही रहा है. इसी तरह पिछले 22 साल में विपक्ष के नेता के तौर पर शंकर सिंह वाघेला का कद लगातार बढ़ा है. पीएम मोदी भी कई बार इस बात का जिक्र करते आए हैं कि वे और शंकर सिंह वाघेला कई बार साथ में रहे हैं.

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हाल ही में चुनाव से पहले शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस को छोड़ अपनी पार्टी बनाई थी. बीजेपी के लिए उनका रुख थोड़ा नरम ही रहा, जिसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा था. अब चुनाव के बाद इस तस्वीर से आगे की तस्वीर दिखाई पड़ती है.

केशुभाई से मोदी का पुराना रिश्ता रहा है, वह उन्हें अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं. मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तब चुनाव जीतने के बाद हर बार केशुभाई का आशीर्वाद लेने जाते थे. गौरतलब है कि केशुभाई 1980 से वर्ष 2012 तक भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रहे हैं और इसी पार्टी से गुजरात के मुख्यमंत्री भी रहे. हालांकि उन्होंने 2012 में भाजपा से अलग होकर अलग राजनीतिक दल गुजरात परिवर्तन पार्टी का गठन कर लिया था.  

आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की खबरों के बाद अपने जन्मदिन पर वाघेला ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.

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आपको बता दें कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की लगातार छठी बार सरकार बनी है. विजय रूपाणी ने दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ली. रूपाणी के साथ नितिन पटेल ने उपमुख्यमंत्री पद और अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की ताकत दिखाई दी. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, एनडीए शासित राज्यों के 18 सीएम, कई केंद्रीय मंत्री समेत बड़े दिग्गजों ने शिरकत की.

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