गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बाद अब एक बार फिर से पाटीदार मैदान में आ चुके हैं. इस बार पाटीदार ने रणनीति के लिए खोडलधाम यानी पाटीदार की कुल देवी के मंदिर से राजनीति की शुरुआत की है. आज पाटीदार के दोनों ही गुट यानी लेउवा पटेल और कडवा पटेल दोनों एक साथ एक मंच पर खोडलधाम में मिले. यहां पाटीदार गुजरात में साल 2022 में होने वाले चुनाव को लेकर रणनीति और राजनीति पर चर्चा कर रहे हैं.
खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल ने आज कहा कि गुजरात की राजनीति में अब तक केशुभाई पटेल जैसे नेता दूसरे नहीं हुए हैं. मुख्यमंत्री को लेकर कहा कि गुजरात में मुख्यमंत्री पाटीदार समाज का होना चाहिए. नरेश पटेल के इस बयान के साथ ही गुजरात में राजनीतिक पारा चढ़ गया है. वैसे माना जा रहा है कि गुजरात में और खास कर बीजेपी में अपना वर्चस्व दिखाने वाले पाटीदार समाज के इस बयान से अगले कुछ महीनों में बड़ी राजनैतिक गहमागहमी हो सकती है.
गौरतलब है कि यह पहली बार होगा कि जब पाटीदार समुदाय के दो गुट कडवा पाटीदार और लेउवा पाटीदार दोनों ही एक साथ एक मंच पर आए हैं. अब तक ये दोनों ही पाटीदार एक-दूसरे के साथ एक मंच पर नहीं आते थे. नरेश पटेल का कहना है कि आज पाटीदार समाज के अलग-अलग विषयों पर चर्चा की जाएगी.
गुजरात में निकाय चुनाव के साथ एंट्री करने वाली केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को लेकर भी नरेश पटेल ने कहा कि राज्य में वैसे तो कभी तीसरी पार्टी चली नहीं है, लेकिन जिस तरह केजरीवाल दिल्ली में और गुजरात में आम आदमी पार्टी काम कर रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि विधानसभा में उन्हें फायदा जरूर होगा. नरेश पटेल ने यह भी कहा कि गुजरात में हर एक पार्टी के अलग पाटीदार समाज के लोग हैं. उन सभी लोगों को उन्हीं की पार्टी में अच्छी जगह और अच्छा पद मिले, यही हमारी मांग है.