एबीवीपी की यह बड़ी हार मानी जा रही है. कुल 8 सीटों में महज 2 सीटों पर एबीवीपी सिमट गई है. जीत पर खुशी जाहिर करते हुए एनएसयूआई ने एक ट्वीट के जरिए कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह नगर के छात्रों ने भारतीय जनता पार्टी के विभाजनकारी नीतियों को खारिज कर दिया. छात्रों ने संयुक्त भारत के सिद्धांत को समर्थन दिया . एनएसयूआी ने गुजरात विश्वविद्याल की 8 सीटों में से 6 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है.'
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने ट्वीट कर कहा, 'मोदी जी ने देश की अर्थव्यवस्था, रोजगार व्यवस्था व शिक्षा के परिसरों को गड्ढे में डाल दिया. उसके जवाब में छात्र शक्ति ने एनएसयूआई पर विश्वास जता कर मोदी जी को उनके नींव से हिला कर रख दिया है. उनके विचारधारा वाले संगठन एबीवीपी को उखाड़ फेंका हैं.
Students Rejected BJP dividing policies & chosen united India.
NSUI won 6 out of 8 seats in Gujarat University Senate Elections.
Many congratulations to all the team members of @NSUIGujarat. #NSUIWinsInGujarat pic.twitter.com/UlmbE6W2Zy
— Neeraj Kundan (@Neerajkundan) March 9, 2020
यह भी पढ़ें: कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल की वापसी की कवायद तेज, सोनिया के लिए इस भूमिका की मांग
'छात्रों पर लाठी चार्ज का मिला जवाब'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार ने शिक्षण संस्थानों की फीस बढ़ा दी. छात्रों ने विरोध किया तो छात्रों पर लाठी चार्ज करवा दिया. एबीवीपी के गुंडों ने विश्विद्यालयों में तोड़ फोड़ व हिंसा मचाई. उसका भरपूर जवाब छात्र शक्ति ने उन्हें गुजरात विश्विद्यालय में दिया है.
NSUI COMMUNIQUE
NSUI's statement on victory in Gujarat University Senate elections.#NSUIWinsInGujarat pic.twitter.com/g39vzupZaD
— NSUI (@nsui) March 9, 2020
एक अन्य ट्वीट में नीरज कुंदन ने कहा है कि होली पर मोदी जी के घर चढ़ा एनयूएसआई का रंग. गुजरात यूनिवर्सिटी में एनएसयूई का परचम 8 में से 6 सीनेट सदस्य सीटों पर एनएसयूआई का कब्जा है. छात्रों ने बीजेपी की विचारधारा को नकार कर विविधता में एकता वाले संगठित भारत को चुना है.'
यह भी पढ़ें: कांग्रेस बोली- दिल्ली हिंसा से खराब हुई देश की छवि, इस्तीफा दें गृह मंत्री
4 साल बाद हुए चुनाव
उत्तर प्रदेश ईस्ट यूथ कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से भी एक ट्वीट कर बधाई दी गई है. ट्वीट में कहा गया है कि गुजरात से युवा विरोधी बीजेपी सरकार के सफाए की शुरुआत हो चुकी है. युवाओं ने नरेंद्र मोदी की नफरत वाली राजनीति को नकार दिया है , 4 साल बाद गुजरात विश्वविद्यालय में हुए चुनावों में 8 में से 6 सीटों पर जीत दर्ज करे नया इतिहास रचा है.