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राम मंदिर निर्माण के लिए गुजरात के मुस्लिम दंपति ने दान किए 1.51 लाख रुपये

गुजरात में राम मंदिर के लिए अब तक 31 करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं तो वहीं इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में हैं पाटन के रहने वाले डॉक्टर दंपति. यहां के डॉक्टर हामिद मंसूरी और मुमताज मंसूरी ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1,51,000 रुपये का दान दिया है.

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राम मंदिर के लिए पाटन के एक मुस्लिम दंपति ने किया दान (फोटो-गोपी)
राम मंदिर के लिए पाटन के एक मुस्लिम दंपति ने किया दान (फोटो-गोपी)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दान के पीछे का मकसद भाईचारा-मानवताः हामिद
  • खुद को काफी भाग्यशाली मान रही हूंः मुमताज
  • मुझे मुस्लिम होने से पहले भारतीय होने पर गर्वः हामिद

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए इन दिनों विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) देशभर से चंदा इकट्ठा कर रही है. इस संबंध में गुजरात से भी करोड़ों रुपये के दान की चर्चा हर ओर है. इस लिस्ट में गुजरात का एक मुस्लिम दंपति भी जुड़ गया है जिसने मंदिर के लिए 1.51 लाख रुपये का दान दिया है. 

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गुजरात में राम मंदिर के लिए अब तक 31 करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं तो वहीं इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में हैं पाटन के रहने वाले मुस्लिम समुदाय का एक डॉक्टर जोड़ा. डॉक्टर हामिद मंसूरी और मुमताज मंसूरी ने राम मंदिर के लिए 1,51,000 रुपये का दान दिया है जिसके पीछे का मकसद भाईचारा और मानवता है.

पाटन में रहने वाला यह जोड़ा भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण के लिए आगे आया है जो कि गुजरात में ऐसा पहला दान होगा जो किसी हिंदू के जरिए नहीं बल्कि मुस्लिम के जरिए किया गया. मुस्लिम डॉक्टर दंपति ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1,51,000 रुपये दान में दिए हैं.

मुस्लिम दंपति

अयोध्या भी घूम आए 

दान से कुछ समय पहले यह दंपति अयोध्या जा चुका है और वहां रामलला के मंदिर में माथा टेक भी आए हैं. साथ ही मुमताज मंसूरी ने यह मन्नत मांगी थी कि रामलला का मंदिर जल्द बन जाए और अब जब रामलला का मंदिर बन रहा है तो यह दंपति मंदिर निर्माण के लिए दान देने में भी पीछे नहीं रहा.

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डॉक्टर हामिद मंसूरी का कहना है कि उन्होंने भारत में कई मंदिरों के दर्शन किए हैं. उनकी आस्था मानवता में है. खुद मुस्लिम होने की वजह से कभी उन्होंने किसी भी धर्म को लेकर भेदभाव नहीं रखा. सिर्फ इंसानियत को ही सबसे बड़ा धर्म समझा है और आज उन्हें खुद के मुस्लिम होने से पहले भारतीय होने का गर्व सबसे ज्यादा है.

हामिद मंसूरी की पत्नी ने कहा कि मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है. जब राम मंदिर निर्माण का फैसला नहीं आया था तब भी मेरी यही मन्नत थी कि यह मंदिर जल्द बन जाए और आज वह मन्नत पूरी हो रही है. मैं अपने आपको काफी भाग्यशाली मान रही हूं.

डॉक्टर हामिद मंसूरी और उनकी पत्नी पाटन में ही रहते हैं और सालों से यहां पर मेडिकल प्रैक्टिस करते हैं.


 

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