पीएम मोदी शनिवार को गुजरात के केवड़िया में देश की पहली सी प्लेन सेवा की शुरुआत करेंगे. महज 300 मीटर लंबे किसी तालाब या जलाशय में उतरने वाला ये सी प्लेन कई मायमों में बेहद खास है. बदलते भारत का ये नया ट्रेंड है. एक नजर डालते हैं इस सी प्लेन की खास बातों पर साथ ही ये भी जानेंगे कि सी प्लेन आने वाले समय में भारत में आवाजाही का अंदाज कैसे बदल सकता है. एक विमान की लैडिंग तो होगी लेकिन वो जमीन पर नहीं बल्कि पानी में. इतना ही नहीं टेकऑफ भी पानी से ही होगा. भारत में यह सपना अब साकार हो चुका है.
देश की पहली सी प्लेन सेवा आज शुरू हो रही है. पीएम नरेंद्र मोदी, सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आज देश को ये सौगात दे रहे हैं. साबरमती रिवरफ्रंट से केवड़िया में मौजूद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक ये सी प्लेन सेवा शुरू हो रही है. सी प्लेन अहमदाबाद पहुंच चुका है.
इससे पहले 2017 गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी सी प्लेन की यात्रा करते नजर आए थे. तब पीएम ने साबरमती नदी से मेहसाणा जिले के धरोई बांध तक सी प्लेन का सफर किया था. काफी लोग इस बात के गवाह बने थे लेकिन अब यही अनूठा सी प्लेन गुजरात में आम होगा.
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सी प्लेन से जुड़ी खास बातें
• सी प्लेन जमीन-पानी दोनों से उड़ान भर सकता है
• सी प्लेन को पानी और जमीन पर लैंड कराया जा सकता है
• महज 300 मीटर के रनवे से उड़ान भर सकता है सी प्लेन
• 300 मीटर की लंबाई वाले जलाशय का इस्तेमाल हवाई-पट्टी के रूप में मुमकिन है.
• ये एंफीबियस कैटेगरी का प्लेन होता है.
• सी प्लेन में एक बार में 19 यात्री सफर कर सकेंगे.
सी प्लेन कई मायनों में खास है. ये बेहद हल्का होता है और कम ईंधन में भी उड़ान भर सकता है. यानी रोमांचक सफर की पूरी गारंटी है.
कैसा है सी प्लेन
• सी प्लेन असल में ट्विन ऑट्टर 300 सी-प्लेन है
• इसका वजन 3,377 किलो है
• इसमें 1,419 लीटर तक पेट्रोल भरा जा सकता है.
• हर एक घंटे की उड़ान के लिए ये सिर्फ 272 लीटर पेट्रोल खर्च करता है.
देश की पहली सी प्लेन उड़ान सेवा शुरू की जा रही है. इसके तहत साबरमती से केवड़िया महज 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा. शनिवार से देश, सफर के इस नए अंदाज के लिए तैयार हो चुका है.