संविधान दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कुछ पुरानी तस्वीरें साझा की हैं. ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2010 की तस्वीर साझा करते हुए कहा कि जब संविधान को 60 साल पूरे हुए थे, तब बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री उन्होंने राज्य में इसपर बड़ा कार्यक्रम किया था.
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘2010 में जब संविधान को 60 साल पूरे हुए थे, तब गुजरात के सुरेंद्र नगर में बड़ी संविधान गौरव यात्रा आयोजित की गई थी. हाथी पर संविधान की एक प्रति को रखकर पूरे शहर में यात्रा निकाली गई थी, मैंने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. वो एक शानदार श्रद्धांजलि थी.’
In 2010, to mark 60 years of the Constitution, we organised the Samvidhan Gaurav Yatra in Surendranagar, Gujarat. A replica of the Constitution was placed on an elephant and the procession covered parts of the city. I too walked in that procession. It was a unique tribute! pic.twitter.com/yAbU5UKQWn
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2020
पीएम मोदी अपने ट्वीट के साथ जिन तस्वीरों को साझा किया, उसमें हाथी पर संविधान की प्रति रखी है और पीछे बड़ा हुजूम चल रहा है. पीएम मोदी भी इसी के साथ पैदल चल रहे हैं और यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने इसी के साथ एक और ट्वीट किया, उन्होंने लिखा कि 2015 में केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का तय किया. तभी से लोग इस दिन को शानदार तरीके से मना रहे हैं. संविधान बनाने वाले लोगों के प्रति हम आभार व्यक्त करते हैं और उनके सपनों का भारत बनाने का वादा करते हैं.
We began to observe 26th November as Constitution Day in 2015. Since then, people across India have been marking it with great fervour. This is a day to express gratitude to the makers of our Constitution and to reiterate our commitment to building the India of their dreams. pic.twitter.com/GaMMGN6kVw
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2020
आपको बता दें कि गुरुवार को भी गुजरात के केवड़िया में संविधान दिवस के मौके पर बड़ा कार्यक्रम हुआ. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि देश के लोगों को संविधान को जानना चाहिए और उसे समझना चाहिए, ताकि हम सभी कर्तव्यों का पालन कर सकें.
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इसी के साथ पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि जब संसद या विधानसभा में किसी विशेष विषय पर चर्चा हो रही हो, तो उस विषय से जुड़े लोगों को सदन में बुलाना चाहिए. केवड़िया में संविधान दिवस के मौके पर पिछले दो दिनों से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था.
Addressing the All India Presiding Officers Conference. https://t.co/vwPvZRWMff
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2020