गुजरात में कई दिनों ने दहशत मचा रखे स्टोन मैन को आखिरकार जामनगर ने गिरफ्तार कर लिया गया है. इस स्टोन मैन की पहचान राजकोट के मवड़ी इलाके में रहने वाले हितेश रामावत नाम के शख्स के रूप में हुई है. उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है.
समलैंगिक रिश्ते रखता था स्टोन किलर
राजकोट का रहने वाला स्टोन मैन हितेश गे (समलैंगिक) है. इसके चलते परिवार ने उसे घर से निकाल दिया था. वह राजकोट में गुनाह करता था और फिर जामनगर भाग जाता था. राजकोट की तीनों हत्याएं उसने ही की थी. दूसरे हत्या के बाद लाश के पास से जिस तरह के कपड़े और सामान मिले थे, उससे पुलिस को शक था कि ये स्टोन मैन समलैंगिक सबंध रखता है. पुलिस ने ऐसे इलाकों में छानबीन शुरू की, जहां ज्यादातर समलैंगिक लोग रहते हैं. पुलिस को राजकोट के मवड़ी इलाके में उसके होने की जानकारी मिली. स्केच ओर सीसीटीवी के आधार पर हितेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
हितेश ने की तीन लोगों की हत्या
राजकोट में स्टोन मैन ने सब से पहले 20 अप्रैल 2016 को सागर मेवाड़ा नाम के एक शख्स की भक्तिनगर स्टेशन के खाली प्लॉट में हत्या कर दी. दूसरी बार 23 मई 2016 को ऑटो रिक्षा ड्राइवर प्रवीण के सिर पर पत्थर मार कर उसे मौत के घाट उतार दिया था. तीसरी बार 26 मई 2016 कालावड़ रोड इलाके में पत्थर मार कर एक शख्स की हत्या करने की कोशिश की. चौथी बार 2 जून 2016 को वल्लभभाई नाम के एक शख्स की पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी.
पुलिस ने घोषित किया था 2 लाख का इनाम
पुलिस ने स्टोन मैन की जानकारी देने वाले को 2 लाख के इनाम का ऐलान किया था. काफी दिनों तक उसके बारे में कोई सूचना नहीं मिल रही थी. आखिरकार वह जामनगर से पकड़ा गया.
सात साल पहले भी आया था स्टोन मैन
राजकोट के इतिहास में ये पहला मौका नहीं है. बल्कि सात साल पहले इसी तरह गुमनाम कातिल ने एक-एक कर तीन लोगों को पत्थरों से कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था. एक वो दिन था. और एक आज का दिन. इस पत्थर मार कातिल की वापसी ने लोगों को उन्हीं पुराने दिनों की याद दिला दी है. जानकार बताते हैं कि साल 2009 में भी ठीक इसी तरह तीन लोगों को पत्थरों से कुचल कर मारे जाने की वारदात सामने आई थी. इसके बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था. लेकिन जब इन लोगों ने कत्ल के पीछे की कहानी सुनाई, तो पुलिसवाले भी चौंक गए.