पुलिस ने आरक्षण की मांग को लेकर पटेलों के आंदोलन के खिलाफ रैली निकालने के सिलसिले में प्रदेश के ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर और उनके 38 समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया. ये लोग प्रशासन की पूर्वानुमति के बिना राज्य के मेहसाणा जिले में रैली निकाल रहे थे.
ठाकुर ओबीसी एकता मंच के प्रदेश समन्वयक हैं और पटेल नेताओं के आंदोलन के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं. पटेल समुदाय के नेता ओबीसी आरक्षण के तहत अपनी जाति को आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं.
पुलिस ने किया दावा
अहमदाबाद से करीब 70 किलोमीटर दूर मेहसाणा जिले के मोती हीरवानी गांव में ठाकुर ने पटेल आंदोलन के विरोध में मंगलवार को ओबीसी समुदायों की एक रैली आयोजित की थी. हालांकि पुलिस का दावा है कि इसके लिए ठाकुर के संगठन को अनुमति नहीं दी गई थी.
ठाकुर के अलावा 38 अन्य के खिलाफ भी FIR
मेहसाणा के खेरालु थाने के अधिकारियों के मुताबिक, रैली में 4,000 से ज्यादा लोग मौजूद थे. ठाकुर और उनके समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी इसी थाने में दर्ज हुई है. खेरालु थाने के पुलिस उपनिरीक्षक एसएच बावा ने बताया, ‘चूंकि आयोजकों ने कार्यक्रम के लिए पुलिस से अनुमति नहीं ली थी, इसलिए हमने आईपीसी की धारा 188 के तहत ठाकुर और 38 अन्य लोगों के (एकता मंच के) खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.’ उन्होंने बताया कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
ओबीसी एकता मंच पटेल समुदाय की मांगों के पूरी तरह खिलाफ है. सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में पटेल समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन का नेतृत्व 22 वर्षीय हार्दिक पटेल कर रहे हैं.
- इनपुट भाषा