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गुजरात में आरक्षण आंदोलन की आग में 8 ने गंवाई जान, अहमदाबाद में सेना का फ्लैग मार्च

पटेल आरक्षण की आग में गुजरात बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी सुलगता रहा. हिंसक हो चले आरक्षण आंदोलन में अभी तक एक सिपाही सहित 8 लोगों की मौत हो गई है. सड़कों पर हालात को काबू करने के लिए 5000 अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी गुजरात पहुंच चुकी है.

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राज्य के बड़े शहरों और कस्बों में कर्फ्यू लगा दिया गया है
राज्य के बड़े शहरों और कस्बों में कर्फ्यू लगा दिया गया है

पटेल आरक्षण की आग में गुजरात बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी सुलगता रहा. हिंसक हो चले आरक्षण आंदोलन में अभी तक एक सिपाही सहित 8 लोगों की मौत हो गई है. सड़कों पर हालात को काबू करने के लिए 5000 अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी गुजरात पहुंच चुकी है. राज्य के बड़े शहरों और कस्बों में कर्फ्यू लागू है तो अहमदाबाद में सेना ने फ्लैग मार्च कर उपद्रवियों को खबरदार किया है. दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों शांति बनाए रखने की अपील की है.

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राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट हिंसा की खबरों के बीच सेना ने बुधवार शाम को फ्लैग मार्च किया. पुलिस ने कहा कि पटेल समुदाय की मंगलवार को हुई बड़ी रैली के बाद भड़की हिंसा में राज्य में आठ लोग मारे जा चुके हैं. पुलिस के मुताबिक, प्रधानमंत्री की जनता से शांति बनाए रखने की अपील के बावजूद पटेल समुदाय के सदस्यों ने आगजनी, पथराव किया और सरकारी व निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया.

लाठीचार्ज मामले में जांच के आदेश
इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी सरकार ने अहमदाबाद में एक रैली में प्रदर्शनकारियों पर लाठी भांजने का आदेश दिया था, जिसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुए. उन्होंने कहा, 'मैंने जीएमडीसी मैदान में लाठीचार्ज की घटना के मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं. गुजरात के डीसीपी जांच कर रहे हैं. सरकार को रिपोर्ट का इंतजार है. सरकार ने कल लाठीचार्ज के लिए या अत्यधिक बल प्रयोग के लिए कोई आदेश नहीं दिया था.'

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मुख्यमंत्री ने गुजरात की जनता के लिए जारी एक वीडियो संदेश में कहा, 'गुजरात में अर्धसैनिक बलों की कम से कम 53 कंपनियों को बुलाया गया है और कुछ समय बाद हम राज्य के कई हिस्सों में सेना को भी तैनात करेंगे.'

अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा, राजकोट, जामनगर, पालनपुर, उंझा, विसनगर और पाटन शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. सूरत में कई हिस्सों में आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आईं, जहां बड़ी संख्या में पटेल समुदाय के लोगों ने बंद कराया. अहमदाबाद के जिला कलेक्टर राजकुमार बेनीवाल ने कहा, 'पटेल समुदाय के आंदोलन की वजह से हिंसा भड़कने के बाद कानून व्यवस्था को नियंत्रण में करने के लिए अहमदाबाद शहर में सेना की पांच कंपनियां बुलाई गई हैं.' बेनीवाल ने कहा कि शहर के पांच मार्गों पर सेना ने फ्लैग मार्च किया, जहां बड़ी संख्या में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं.

सूरत-मेहसाणा में भी सेना तैनात
अहमदाबाद के अलावा सूरत और मेहसाणा में सेना की दो-दो कंपनियां तैनात की गई हैं. अर्धसैनिक बलों के करीब 5000 जवान गुजरात पहुंच गए हैं. पुलिस ने बताया कि छह लोग पुलिस गोलीबारी में मारे गए, जबकि एक शख्स की मंगलवार की हिंसा के दौरान सिर में चोट लगने से मौत हो गई है. इस बीच खबर है कि सूरत में चोट लगने से घायल एक सिपाही की भी अस्पताल में मौत हो गई है. मौत के मामलों में तीन मामले अहमदाबाद से, तीन बनासकांठा जिले के गढ़गांव से और एक मेहसाणा से है.

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PM ने गुजराती में जारी किया वीडियो संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजराती भाषा में दिए टेलीविजन संदेश में लोगों से शांति की अपील की और इस बात पर जोर दिया कि बातचीत से सभी मुद्दों को सुलझाया जा सकता है. प्रधानमंत्री बनने से पहले 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे मोदी ने कहा, 'महात्मा गांधी और सरदार पटेल की धरती पर किस तरह हिंसा का सहारा लिया जा रहा है. मैं गुजरात के सभी भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि उन्हें हिंसा का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए. केवल एक मंत्र होना चाहिए ‘शांति’.'

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी बुधवार सुबह मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल से बात की और उन्हें हालात से निपटने में केंद्र की ओर से पूरी तरह सहायता का आश्वासन दिया.

हार्दिक ने पुलिस पर लगाए आरोप
इस बीच पटेल अनामत आंदोलन समिति के नेता 22 वर्षीय हार्दिक पटेल ने हिंसा के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज होगा. मंगलवार रात प्रदर्शनकारियों द्वारा हिंसा भड़काने के आरोपों को खारिज करते हुए हार्दिक ने पुलिस पर आरोप लगाया कि राजनीतिक तंत्र के इशारे पर आंदोलन को बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है. पटेल समुदाय को ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन तेज करने की चेतावनी देने वाले हार्दिक को मंगलवार देर शाम हिरासत में लिए जाने के बाद ही राज्य में हिंसा भड़की है.

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हार्दिक द्वारा बंद के आह्वान के बाद बुधवार को कई जगहों पर सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त रहा और स्कूल, कॉलेज, व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे. बैंक और सार्वजनिक परिवहन के साधन भी बंद रहे. पुलिस ने कहा कि आंदोलनकारियों ने राज्य में कम से कम आठ स्थानों पर रेल पटरियों को उखाड़ दिया.

पुलिस थाने को जलाने का प्रयास
पुलिस ने बताया कि पालनपुर कस्बे के पास गढ़गांव में एक थाने में आग लगाने की कोशिश कर रही भीड़ पर पुलिस की गोलीबारी में तीन लोग मारे गए. बनासकांठा के जिला कलेक्टर दिलीप राणा ने कहा, 'दोपहर करीब एक बजे उग्र भीड़ गढ़ थाने में घुस आई और उसे जलाने का प्रयास किया. स्थानीय पुलिसकर्मियों ने अपने बचाव के लिए कुछ राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. पालनपुर में किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है.' एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार वस्त्रल इलाके में पुलिस गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई.

 

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