महिलाओं के निजी वीडियो यूट्यूब और टेलीग्राम पर वायरल करने के मामले में अहमदाबाद साइबर क्राइम ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है. कोर्ट ने इन आरोपियों को 9 दिनों के लिए रिमांड पर भेज दिया है. आरोपियों के खिलाफ बीएनएस धारा 61, 77 और आईटी एक्ट की धारा 43(b), 66 तथा 66F(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इस मामले में महाराष्ट्र के लातूर, सांगली और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है. साइबर क्राइम को लातूर के हैकर प्रज्जवल से एक और हैकर की जानकारी भी मिली है, जिसके बाद पुलिस की टीम गुजरात से बाहर एक अन्य हैकर की तलाश में लगी हुई है. पुलिस के अनुसार, प्रज्जवल ने 6 महीनों में 8 लाख रुपये कमाए हैं. उसके पास अस्पताल, बस स्टैंड, पार्लर, होटल, गंगा स्नान और शादी से संबंधित कुल 2 हजार से ज्यादा वीडियो थे, जिन्हें उसने इंस्टाग्राम पर 22 अलग-अलग चैनलों के माध्यम से शेयर किया.
महिलाओं के निजी वीडियो वायरल करने के मामले में तीन गिरफ्तार
हर चैनल में विभिन्न कैटेगरी के वीडियो अपलोड किए जाते थे और गुजरात के अलावा तमिलनाडु तथा दक्षिण भारत के राज्यों के अस्पतालों के भी वीडियो बरामद हुए हैं. अहमदाबाद साइबर क्राइम का कहना है कि प्रज्जवल और व्रज दोनों ही बारहवीं पास हैं. प्रज्जवल ने इन वीडियो से 4 करोड़ रुपये कमाने का लक्ष्य रखा था. जांच के दौरान पाया गया कि प्रज्जवल ने कई वीडियो डिलीट भी कर दिए थे. उसके चैट में काम गंदा है पर पैसा अंधा है लिखा हुआ मिला.
वह सीसीटीवी, स्पाय कैमरा और मोबाइल वीडियो के फुटेज को आसानी से प्राप्त कर उन्हें बेचकर पैसे कमाने का आसान तरीका समझता था. अहमदाबाद साइबर क्राइम के डीसीपी लवीना सिंहा ने बताया कि प्रयागराज के चंद्रप्रकाश ने पिछले दो महीनों से वीडियो अपलोड करना शुरू कर दिए हैं और कुंभ से संबंधित वीडियो भी चंद्रप्रकाश ने उपलब्ध कराए. दो टेलीग्राम आईडी भी बरामद हुई हैं, जिनकी जांच जारी है.
आरोपियों कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया
प्रज्जवल डिमोज रेगुलर और डिमोज प्रीमियम नाम के दो ग्रुप चलाता था. प्रीमियम ग्रुप में 100 सब्सक्राइबर और रेगुलर ग्रुप में 500 सब्सक्राइबर थे. पुलिस ने अब एक और हैकर की जानकारी प्राप्त की है और टीम उसकी तलाश में जुट गई है. रोमानिया, अटलांटा तथा भारतीय हैकर्स की भूमिका होने की संभावना जताई जा रही है.