ऊना दलित कांड को लेकर गुरुवार को गुजरात के कई शहरों में चौथे दिन भी हंगामा और तोड़फोड़ हुई. लोग हाथों में बैनर लेकर सड़कों पर उतरे और कई जगह ट्रेनें भी रोकी गईं.
पुलिस ने जब विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने की कोशिश की कि तो लोगों ने जगह-जगह तोड़फोड़ की और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस में आग लगा दी. सूरत के उदना रेलवे स्टेशन में दलित प्रदर्शनकारियों ने अहमदाबाद-चेन्नई नवजीवन एक्सप्रेस को रोक दिया.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया
अहमदाबाद, अमरेली, महेसाणा, पोरबंदर और सुरेंद्र नगर जैसे शहरों में भी दलित सड़कों पर उतरे. अहमदाबाद के धोलका में पुलिस ओर दलित में
टकराव हुआ और पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. गुजरात के सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्री रमनलाल वोरा ने कहा कि सरकार
लगातार बिगड़ते हालात को काबू करने की कोशिश कर रही है. हम दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएंगे.
राहुल ने पीड़ित महिला को गले से लगाया
वहीं गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी ऊना में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. राहुल ने पहले तो दलित
युवकों की पिटाई का वीडियो देखा और उसके बाद 5 लाख रुपये का मुआवजा घोषित किया. राहुल जब पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने परिवार
की एक महिला को गले लगा लिया.
पीड़ित की मां बोली- राहुल तो हमारा अपना है
एक पीड़ित की मां ने कहा, 'कल जब बेन (सीएम आनंदीबेन पटेल) आई थीं तो हम से दूर खडी रही थीं, लेकिन राहुल तो हमारा अपना है. उसने
हमें गले लगाया है.'