पटेल समुदाय के लिए ओबीसी दर्जे की मांग कर रहे नेता हार्दिक पटेल को मेहसाणा जिले में विसनगर की स्थानीय अदालत ने बुधवार 15 जनवरी तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है. हार्दिक के खिलाफ 6 महीने पहले यहां रैली के दौरान दंगे और मीडियाकर्मियों पर हमले का केस दर्ज किया गया था.
आधी रात को मजिस्ट्रेट के सामने
मेहसाणा पुलिस ने पांच दिन की हिरासत की मांग करते हुए मंगलवार आधी रात को मजिस्ट्रेट एएन पटेल के सामने हार्दिक को पेश किया. बुधवार सुबह मजिस्ट्रेट ने 3 दिन की पुलिस हिरासत का आदेश दिया.
तीन महीने से लाजपोर जेल में हार्दिक
ट्रांस्फर वारंट लेने के बाद 11 जनवरी को विसनगर पुलिस ने सूरत की लाजपोर जेल से हार्दिक पटेल की कस्टडी ली और मेहसाणा ले गई. विसनगर में पटेल के खिलाफ 23 जुलाई को दंगा करने और हमला करने को लेकर केस दर्ज कराया गया था. सूरत और अहमदाबाद में राजद्रोह से जुड़े दो मामलों की वजह से हार्दिक को पिछले तीन महीने से लाजपोर जेल में रखा गया था.
रैली के दौरान हिंसक गतिविधियां
आरक्षण की मांग कर रहे पटेल समुदाय की रैली के दौरान हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया गया था और कुछ मीडियाकर्मियों पर हमला भी हुआ था. इस मामले में 23 जुलाई, 2015 को विसनगर में एफआईआर दर्ज कराया गया था. हार्दिक पटेल पर दंगा करने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और हमला करने का आरोप है. रैली में मौजूद सात और पटेल नेताओं के खिलाफ भी शिकायत की गई है.