राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. राहुल शनिवार को मोदी के गढ़ में होंगे. सरदार पटेल की कर्मभूमि बारदोली में राहुल 'विकास खोज यात्रा' के समापन समारोह में शामिल हो रहे हैं.
आपको याद होगा कि दो दिनों पहले राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के प्रवक्ताओं को मोदी के खिलाफ हमला बोलने के निर्देश दिए थे.
मोदी के गुजरात में विकास ढूंढने के आखिरी दौर में राहुल भी शामिल होने जा रहे हैं. राहुल गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ चलकर पड़ताल करेंगे कि मोदी के दावों में कितना दम है. वे इस बात की सच्चाई परखने की कोशिश करेंगे कि जिस 'वाइब्रेंट गुजरात' का बखान मोदी देश भर में घूम-घूमकर कर रहे हैं, वह कहां और कैसा है. संयोग की बात यह है कि इसके बाद राहुल बारदोली के ही वाइब्रेंट चौक पर जनसभा करेंगे और नतीजा लोगों के सामने रखेंगे.
राजनीति में हर दल का चश्मा अलग-अलग नंबर का होता है, इसलिए यह अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल नहीं है कि राहुल को क्या नजर आने वाला है.
वैसे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की 'विकास खोज यात्रा' 18 जनवरी को शुरू हुई थी. करीब 500 किलोमीटर की यात्रा नौ लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी है.
राहुल की बारदोली दौरे का एक पहलू और है. दक्षिण गुजरात के सूरत जिले के बारदोली से ही 1928 में वल्लभभाई पटेल ने किसान सत्याग्रह का मोर्चा संभाला था. यहीं की महिलाओं ने उन्हें 'सरदार' की उपाधि दी थी. पटेल की गिरफ्तारी की आशंका को देखते हुए खुद महात्मा गांधी भी यहां आए थे.
सरदार पटेल को लेकर हाल के दिनों में मोदी और कांग्रेस के बीच तनातनी जगजाहिर है. अब राहुल गांधी विकास खोज यात्रा के साथ-साथ पटेल की विरासत का कितना हिस्सा हासिल कर पाएंगे, इस पर सबकी नजर रहेगी.