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कांग्रेस नेता के ट्वीट डिलीट करने पर बोली BJP- नर्मदा सरोवर विरोधी है कांग्रेस का DNA

महाराष्ट्र से लोकसभा सांसद और गुजरात कांग्रेस के नये-नये प्रभारी बने राजीव सातव को पद संभाले अभी तीन दिन ही हुए हैं. इधर, उनके नर्मदा विरोधी ट्वीट को डिलीट किए जाने को लेकर गुजरात बीजेपी ने मुद्दा बना दिया है. राहुल गांधी के करीबी रहे राजीव सातव ने पिछले साल अगस्त में एक ट्वीट किया था.

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गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव
गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव

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गुजरात कांग्रेस के प्रभारी बने राजीव सातव ने 3 दिन में ही नर्मदा सरदार सरोवर बांध के विरोध में किए ट्वीट को डिलीट कर दिया. गुजरात बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस का डीएनए ही नर्मदा सरदार सरोवर विरोधी है.

महाराष्ट्र से लोकसभा सांसद और गुजरात कांग्रेस के नये-नये प्रभारी बने राजीव सातव को पद संभाले अभी तीन दिन ही हुए हैं. इधर, उनके नर्मदा विरोधी ट्वीट को डिलीट किए जाने को लेकर गुजरात बीजेपी ने मुद्दा बना दिया है. राहुल गांधी के करीबी रहे राजीव सातव ने पिछले साल अगस्त में एक ट्वीट किया था.

इस ट्वीट में उन्होंने नर्मदा बचाओ आंदोलन समिती की मेधा पाटकर को एक खुला पत्र लिखते हुए उनका समर्थन किया था. गौरतलब है कि गुजरात के लिए नर्मदा सरदार सरोवर बांध को लाईफ-लाईन के तौर पर देखा जाता है, जिससे गुजरात के 75 फीसदी इलाके में पीने का पानी पहुंचता है.

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ऐसे में गुजरात के प्रभारी बनने के तीन दिन के अंदर उन्होंने खुद का ये ट्वीट डिलीट कर विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं. गुजरात बीजेपी ने इसे एक मुद्दा बनाया है और कहा है कि कांग्रेस कि विचारधारा ही नर्मदा विरोधी है. जो राजीव सातव के ट्वीट को डिलीट करने से साफ हो जाता है.

बता दें कि नर्मदा का पानी गुजरात के लिए गरमी के दिनों में जीवन का सहारा होता है. इस बीच, नर्मदा बांध के खिलाफ राजीव सातव के इस ट्वीट को डिलीट करने के साथ ही विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि, इस मसले को बीजेपी कांग्रेस का अवसरवाद भी कह रही है.

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