scorecardresearch
 

पत्रिका का दावा- केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आसाराम को बताया 'पूज्य संत'

क्या रेप जैसे संगीन आरोपों से घिरे आसाराम को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 'पूज्य संत' बताया है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि आसाराम की संस्था के मुखपत्र 'ऋषि प्रसाद' के ताजा अंक में कुछ इसी तरह का दावा किया गया है.

Advertisement
X
आसाराम (फाइल फोटो)
आसाराम (फाइल फोटो)

क्या रेप जैसे संगीन आरोपों से घिरे आसाराम को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 'पूज्य संत' बताया है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि आसाराम की संस्था के मुखपत्र 'ऋषि प्रसाद' के ताजा अंक में कुछ इसी तरह का दावा किया गया है. सत्ता के गलियारों में भी हैं आसाराम के भक्त

Advertisement

'ऋषि प्रसाद' के पेज नंबर 10 पर राजनाथ सिंह के हवाले से लिख गया है, 'यह जानकर मुझे सुखद अनुभूति हुई कि पूज्य संत आसाराम बापू की प्रेरणा से 14 फरवरी को देशभर में मातृ-पितृ पूजन दिवस कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. इससे निश्चित ही बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार पैदा होंगे.' इस बारे में पत्र‍िका का दावा है कि राजनाथ सिंह ने लखनऊ यूनिवर्सिटी में आयोजित एक समारोह में वैसा बयान दिया था.

अहमदाबाद से प्रकाशित पत्रिका के इसी अंक में केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली के हवाले से लिखा है, 'मीडिया ट्रायल्स से अदालतों पर हाई प्रोफाइल मामलों में दबाव बनता है. मीडिया किसी को सीधे दोषी या निर्दोष साबित कर देता है. मीडिया को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए.'

इसी पत्रि‍का में विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल के हवाले से लिखा है, '76 साल की उम्र में बापूजी को गलत तरीके से फंसाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. इसके बावजूद देश में संतों के प्रति श्रद्धा में किसी तरह की कमी नहीं आई है. बापूजी को बहुत कष्ट दिए गए हैं. उन्हें जमानत मिलनी चाहिए.' पत्रिका के कवर पेज पर राजनाथ और जेटली को 'कर्मयोगी' बताया गया है.

Advertisement

खारिज हो चुकी हैं आसाराम की जमानत याचिकाएं
गौरतलब है कि आसाराम सितंबर, 2013 से ही जोधपुर की जेल में बंद हैं. उनकी कई जमानत याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं. इसी साल जनवरी में दुष्कर्म के एक अन्य मामले में चश्मदीद गवाह उनके रसोइए की उत्तर प्रदेश में गोली मारकर हत्या की जा चुकी है.

Advertisement
Advertisement