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कांग्रेस छोड़ BJP में शामिल होने वाले रामसिंह परमार बने अमूल के अध्यक्ष

रामसिंह परमार गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडेरेशन यानी GCMMF के चेयरमैन पद पर सर्वसम्मति से चुने गए हैं. परमार गुजरात विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं.

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गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडेरेशन
गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडेरेशन

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कांग्रेस को छोड़ बीजेपी में शामिल हुए रामसिंह परमार गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडेरेशन यानी GCMMF के चेयरमैन पद पर सर्वसम्मति से चुने गए हैं. GCMMF, गुजरात के डेयरी सहकारी समितियों की सर्वोच्च संस्था है, जिसे अमूल के नाम से जाना जाता है.

वाइस चेयरमैन के तौर पर ठासरा के विधायक जेठा भारवाड़ को चुना गया है. अहमदाबाद में राज्य के अलग-अलग दूध उत्पादक मंडल की बैठक में सरकार के वरिष्ठ मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासामा और कौशिक पटेल के नेतृत्व में ये घोषणा की गई.

GCMMF के साथ देश के 18 दूध उत्पादक मंडल जुड़े हुए हैं. इसका सालाना टर्नओवर 27 हजार करोड़ है. GCMMF के साथ 33 लाख से भी ज्यादा किसान जुड़े हुए हैं. जीसीएमएमएफ अमूल ब्रान्ड के साथ कई देशों में मिल्क प्रोडक्ट का निर्यात करता है.

हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सहकारी क्षेत्र में मुंह की खानी पड़ी थी. उनके दोनों GCMMF के चेयरमैन रामसिंह परमार और बनासडेरी के चेयरमैन शंकर चौधरी की हार हुई थी. गौरतलब है कि बीजेपी सहकारी क्षेत्र में काफी कमजोर साबित हो रही थी. ऐसे में GCMMF के चेयरमैन रामसिंह परमार के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने से सहकारी क्षेत्र में बीजेपी काफी मजबूत हुई है. इसका सीधा फायदा बीजेपी को निकाय चुनाव में मिल सकता है.

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