यूपीए सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को बिहार चुनाव के मद्देनजर बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह रेसकोर्स में रहने वाले 'मौनी बाबा' से प्रेरणा लेती हैं. यही नहीं, जयराम ने कहा कि स्मृति कभी गलती से भी सच नहीं बोल पाती हैं.
लखनऊ में जयराम रमेश ने कहा कि बीते दिनों उन्होंने बिहार का कई बार दौरा किया है और बीजेपी के विकास के एजेंडे के बावजूद उन्हें जमीनी स्तर पर ध्रुवीकरण की कोशिश दिखाई दी. उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री लाखों करोड़ के पैकेज का ऐलान कर लोगों को सुनहरे भविष्य का सपना दिखा रहे हैं, वहीं एक खास रणनीति के तहत अलग अलग संप्रदाय के लोगों के बीच खाई खोदने का काम चल रहा है.
'ललितासन वाले मौनी बाबा'
जयराम रमेश ने अमेठी में स्मृति ईरानी की ओर से जमीन के सौदे को लेकर कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार पर लगाए आरोपों को सिरे से दरकिनार कर दिया. इसके उलट पीएम मोदी को 'ललितासन वाले मौनी बाबा' कहते हुए स्मृति और बीजेपी पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि स्मृति ने कभी गलती से भी सच नहीं बोला. स्मृति ईरानी और गेल यूनिवर्सिटी से जुड़ा प्रकरण याद दिलाते हुए रमेश ने कहा कि ये वही मंत्री हैं जो छह दिन के लिए गेल गई थीं और लौटकर ट्वीट कर दिया था कि यूनिवर्सिटी ने उन्हें डिग्री दे दी है.
रमेश ने जोर देकर कहा कि जिस 65 एकड़ जमीन को लेकर स्मृति विवाद पैदा करना चाहती हैं उसे यूपीएसआईडीसी ने किसानों से खरीदकर सम्राट साइकिल नाम की एक प्राइवेट कंपनी को लीज पर दिया था, जिसके ना चल पाने के कारण बाद में नीलामी कर दी गई. राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने कोर्ट के आदेशों पर हुई उसी नीलामी में इस जमीन को सबसे ऊंची बोली लगाकर खरीदा था.