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हार्दिक के अनशन स्थल पर मेधा पाटकर का विरोध, नहीं हो सकी मुलाकात

सामाजिक कार्यकर्ता को गुजरात में पाटीदारों के विरोध का सामना करना पड़ा. वो यहां अनशन पर बैठे हार्दिक पटेल को पानी पिलाने के लिए पहुंची थीं.

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 मेधा पाटकर
मेधा पाटकर

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पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के अनशन स्थल पर पहुंचीं मेधा पाटकर को विरोध का सामना करना पड़ा. यह विरोध किसी विपक्ष ने नहीं बल्कि हार्दिक के समर्थकों ने ही किया.

नर्मदा बचाव आंदोलन कर सरदार सरोवर बांध का काम रोकने वाली मेधा पाटकर के खिलाफ पाटीदार युवकों ने गो बैक और पाटीदार हाय-हाय के नारे लगाए. हालांकि, मेधा के साथ गांधी विचारधारा के दो लोगों को हार्दिक से मिलने की इजाजत मिली लेकिन मेधा पाटकर को मिलने नहीं दिया गया. विरोध को देखते हुए मेधा पाटकर यहां से निकल गयीं.

पाटकर ने कहा कि हार्दिक पानी नहीं पी रहे थे, वो पानी पी लें इसलिए मैं वहां पहुंची थी. इसके बाद उन्होंने कहा कि नर्मदा के सरदार सरोवर बांध को लेकर जो लोग विरोध कर रहे हैं,  इन लोगों को मालूम नहीं है कि 481 कंपनियों को कितना पानी मिलता है और किसानों को कितना पानी मिल रहा है.

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उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर हार्दिक पटेल कि जो मांग है कि किसानों का कर्जा माफ होना चाहिये, उसी मांग के साथ हम किसानों के 200 संगठन के समर्थन के साथ सरकार के पास जा चुके हैं. आज जो विरोध हुआ वो बिना समझे किया गया विरोध है.

शनिवार को हार्दिक के अनशन का 8वां दिन है, पिछले तीन दिनों से हार्दिक पानी भी नहीं पी रहे थे, वेसे में स्वामी नारायन के साधु संतों के जरिये समझाने के बाद तीन दिन बाद हार्दिक ने पानी पीया. वहीं अनिश्चित कालीन अनशन पर होने कि वजह से हार्दिक पटेल की तबीतय भी अब खराब होने लगी है.

बड़ी तादाद में हार्दिक पटेल को मिलने के लिये कांग्रेस के नेता भी अनशन स्थल पर पहुंच रहे हैं. शनिवार को हार्दिक पटेल को मिलने के लिये गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा और राज्यसभा सांसद अमी याजनिक भी पहुंचीं.

गौरतलब है कि पुलिस द्वारा हार्दिक पटेल के अनशन स्थल के पास पाटीदारों को नहीं जाने दिया जाता था जिसे लेकर हार्दिक पटेल ने गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब तलब किया है और अगली सुनवाई 4 सितंबर को रखी है.

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