गुजरात के जूनागढ़ के केशोद से आत्महत्या का मामला सामने आया है. जहां एक स्पोर्ट्स ट्रेनर ने फांसी लगा ली. सुसाइड के पीछे स्पोर्ट्स ट्रेनर ने एक नोट भी छोड़ा है. यह नोट उसने अपने भाई के नाम लिखा है. जिसमें लिखा है कि भाई इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. मैं थक गया हूं, इसलिए यह कर रहा हूं. ऐसे में किसी को परेशान मत करना.
भाई सॉरी, मुझे यह नौकरी नहीं करनी
जानकारी अनुसार स्पोर्ट्स ट्रेनर केशोद के बालागाम में कुश्ती और स्पोर्ट्स ट्रेनर के तौर पर काम करता था. जिसकी पहचान विशाल चावडाने के रूप में हुई है. जान देने से पहले विशाल ने अपने भाई के नाम एक नोट भी लिखा था. नोट में लिखा है कि मैं दुनिया से थक गया हूं, मुझे शांति चाहिए. भाई सॉरी, मुझे यह नौकरी नहीं करनी है. मुझे अब आगे जीने की इच्छा नहीं है. इसलिए यह कर रहा हूं. तेरे जैसा भाई किस्मत से ही मिलता है. मैं इस जन्म में तेरा ऋण नहीं चुका पाया. मेरी कोई भूल हो तो मुझे माफ कर देना. मैं किसी के लिए ऐसा नहीं कर रहा हूं, मेरे जाने के बाद किसी को परेशान मत करना. यह दुनिया मेरे लिए नहीं है और में बहुत थक गया हूं. मुझे शांति चाहिए इसलिए ऐसा कर रहा हूं. मैं किसी के लिए अपनी जान दे दूं ऐसा नहीं हूं. इसलिए मन में कुछ रखकर किसी को परेशान मत करना.
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मैं जो कर रहा हूं वो अपनी इच्छा से कर रहा हूं. मुझे किसी से कोई परेशानी या शिकायत नहीं है. मैं कुछ समय से डिप्रेशन में था इसलिए अब थक गया हूं.
पुलिस ने मामले की शुरू की जांच
फिलहाल मामले में केशोद पुलिस का कहना है कि जैसे ही घटना की जानकारी मिली तुरंत टीम वहां पहुंच गई. जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. सुसाइड वाली जगह से एक नोट भी मिला है. इस पूरे मामले में दुर्घटना का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)