दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की सुरक्षा में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान तैनात हो गए हैं. नर्मदा जिले के केवडिया में बनी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की सुरक्षा मंगलवार से CISF करेगी.
इस ऐतिहासिक महत्व के निर्माण की सुरक्षा के लिए 352 जवानों की स्वीकृति दी गई है लेकिन अभी 272 जवानों के साथ व्यवस्था संभाल ली गई है. सीआईएसएफ की यह इकाई एक डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी की देखरेख में इस प्रतिमा को चौबीसों घंटे सशस्त्र सुरक्षा कवच देगी.
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा
लौह पुरुष और देश के पहले उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है. इसकी ऊंचाई 182 मीटर है. यह प्रतिमा सरदार सरोवर बांध के सामने स्थित है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का परिसर 7 ऑपरेशनल गेट और एक इमरजेंसी गेट के साथ 23 एकड़ में फैला हुआ है.
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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के महत्व के कारण इसे राष्ट्र विरोधी तत्वों से खतरा रहता है. यहां सुरक्षा खतरों का आकलन करने के बाद गृह मंत्रालय ने इस स्थान की सुरक्षा के लिए CISF की तैनाती को अनुमति दी है.
40 लाख सैलानी भ्रमण करने पहुंचे
फिलहाल कोरोना वायरस की वजह से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सैलानियों के लिए बंद है. प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल ही इस प्रतिमा का उद्घाटन किया था. एक साल के अंदर 40 लाख सैलानी यहां पहुंच चुके हैं.
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नर्मदा के कलेक्टर मनोज कोठारी का कहना है कि यहां पर सालाना लाखों सैलानी आते हैं वैसे में यहां की सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की तैनाती से यहां की सुरक्षा और भी चौकस हो जाएगी.
कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद इस स्टैच्यू को देखने के लिए पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो सकती है.